प्रयागराज में महिला अधिवक्ता ने लगाई फांसी

उत्तर प्रदेश प्रयागराज
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प्रयागराज, 16 नवंबर एएनएस। धूमनगंज इलाके के कालिंदीपुरम में सोमवार की शाम एक महिला अधिवक्ता ने फांसी लगाकर जान दे दी। खुदकुशी से पहले अधिवक्ता ने मां-बाप को कमरे में बंद कर दिया था। मौके पर पहुंची धूमनगंज पुलिस ने जांच कर विधिक कार्रवाई की। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। 
धूमनगंज पुलिस ने बताया कि कालिंदीपुरम निवासी परमानंद प्रभाकर बिहार में वकालत करते हैं। यहां पर उनकी 35 वर्षीय बेटी पूजा प्रभाकर अपनी मां के साथ रहती थी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह तैयारी कर रही थी। बताया जा रहा है कि पूजा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट बार में रजिस्ट्रेशन भी कराया था। पहले वह कोर्ट भी जाती थी।

दीपावली पर परमानंद घर आए थे। सोमवार शाम लगभग चार बजे परिवार के सदस्य कमरे में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इस बीच किसी बात को लेकर कुछ विवाद हुआ। पूजा कमरे से निकली और अपने मां-बाप को कमरे में बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद दूसरे कमरे में जाकर फांसी लगा ली। 
इधर प्रभाकर और उनकी पत्नी बंद कमरे में चिल्लाते रह गए लेकिन किसी तक उनकी आवाज नहीं पहुंची। आखिर में उन्होंने पड़ोसी को फोन करके बुलाया। मदद करने राजरूपपुर के पार्षद अखिलेश सिंह भी पहुंच गए। धूमनगंज पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया। कमरे के अंदर पूजा फांसी पर लटकी मिली। इस घटना से परिवार में कोहराम मचा रहा।