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आश्रय गृह में मौतों को लेकर भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया

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नयी दिल्ली, दो अगस्त (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने रोहिणी स्थित आशा किरण आश्रय गृह में लड़कियों की मौत के मामले में दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना की और आश्रय गृह में ‘‘अनियमितता और लापरवाही’’ का आरोप लगाया।

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रोहिणी स्थित आशा किरण आश्रय गृह में मौतों के लिये आप सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दिल्ली की मंत्री आतिशी से घटना की जिम्मेदारी लेने की मांग की।भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता और अन्य पार्टी नेताओं ने आश्रय गृह का दौरा करने की कोशिश की और जब उनके लिए आश्रय गृह के द्वार नहीं खोले गए, तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया।गुप्ता ने आरोप लगाया, ‘‘यहां पूरी तरह अव्यवस्था है। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है और यहां रखे गए बच्चों की उचित देखभाल नहीं हो रही है। कई बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं।’’

उन्होंने कहा कि 20 दिनों में एक नाबालिग समेत 13 लोगों की मौत कोई सामान्य बात नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मामला उजागर होने के बाद अब जांच की बात कर रही है।

गुप्ता ने कहा, ‘‘इन मौतों के पीछे की वजह सरकार की लापरवाही है। वे घटना को दबाने की कोशिश कर रहे हैं और जवाब देने से इंकार कर रहे हैं।’’

भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा गुप्ता ने आरोप लगाया कि आशा किरण आश्रय गृह को वंचितों और शारीरिक रूप से दिव्यांग बच्चों का खयाल रखना है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और चूक की वजह से मौत हो रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आशा किरण के प्रबंधन से मौतों के बारे में बात करने की कोशिश की, लेकिन आश्रय गृह का द्वार तक नहीं खोला गया। भाजपा नेता यहां हैं और मौतों के बारे में सही स्पष्टीकरण हासिल किये बिना वापस नहीं जाएंगे।’’

आशा किरण आश्रय गृह समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत है। राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद से विभाग फिलहाल बिना किसी प्रमुख के है।

इस बीच, एनसीडब्ल्यू ने आश्रय गृह का दौरा करने के लिए एक टीम तैनात की। आश्रय गृह के दौरे के बाद एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने पत्रकार वार्ता कर घटना के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आश्रय गृह निर्दोष लोगों के लिए मौत का जाल बन गए हैं। 250 लोगों की क्षमता वाले आशा किरण में 450 लोग बिना उचित भोजन, पानी और दवा के रह रहे हैं। आतिशी को दूषित पानी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’’

शर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह में मरने वाली ज़्यादातर महिलाएं 40 साल से कम उम्र की थीं। उन्होंने पूछा, ‘दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण युवा लोगों की जान गई है। इन मौतों के लिए कौन ज़िम्मेदार है?’

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