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कन्नौज रेलवे स्टेशन का लिंटर गिरने के मामले में ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ मुकदमा

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कन्नौज: 12 जनवरी (ए) उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन इमारत का लिंटर ढहने के मामले में ठेकेदार और अभियंता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि रेलवे गतिशक्ति निदेशालय के अधीक्षण अभियंता विपुल माथुर ने मैसर्स आशुतोष एंटरप्राइजेज के ठेकेदार रामविलास राय व अभियंता सूरज प्रकाश मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

फर्रुखाबाद राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) थाने में रेलवे अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

प्राथमिकी में आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी की गई और निर्माण कार्य में लापरवाही व श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर नियमों का उल्लंघन भी किया गया।

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन इमारत का लिंटर ढहने से 28 मजदूर मलबे में दबकर घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

हादसे ने निर्माण कार्य में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को उजागर किया है।

रेलवे प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

अधीक्षण अभियंता विपुल माथुर ने बताया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निर्माण प्रक्रिया की निगरानी और सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा।

इस बीच, जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने बताया कि हादसे के घायलों को रेलवे द्वारा मुआवजा दिया गया है।

शुक्ल ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा अस्पताल में भर्ती गंभीर रूप से घायल आठ लोगों को ढाई-ढाई लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा मामूली रूप से 16 घायलों को भी 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन इमारत का लिंटर ढहने से हुए हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य करीब 16 घंटे तक चला और रविवार सुबह इस अभियान में जुटी टीमें वापस लौट गयी।

पुलिस के अनुसार, शनिवार को अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन कन्नौज रेलवे स्टेशन के दो मंजिला एक इमारत का लिंटर ढहने से मलबे में करीब दो दर्जन से अधिक मजदूर दब गए।

हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

पुलिस ने बताया कि 16 घंटे तक चले राहत-बचाव अभियान में 28 मजदूरों को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एनडीआरएफ टीम, एसडीआरएफ टीम व रेलवे टीम शनिवार को रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रही और पूरे मलबे को हटाया।

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटने के बाद कोई भी मजदूर दबा नहीं मिला जिसके बाद बचाव अभियान रविवार सुबह बंद कर दिया गया और इस कार्य में लगी टीमें वापस चली गई।

रेलवे के आधिकारी अभियान के दौरान रात भर मौजूद रहे।

जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने सुबह रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर फिर जायजा लिया। उन्होंने जनहानि न होने पर सन्तोष जताया।

शुक्ला ने बताया कि 16 घायलों को अस्पताल से छुट्टी देदी गई है।अन्य घायलो का इलाज चल रहा है।

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर लिंटर ढहने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि नीचे मजदूर निर्माण कार्य में लगा हुआ है और फिर वह अपने हाथ में एक बल्ली लेकर छत के नीचे पहुंचा।

वीडियो में मजदूर ने बल्ली से शटरिंग को ठीक करने की कोशिश की, जिससे बल्ली-शटरिंग के आपस में टकराने से शटरिंग खिसक गई और उसके साथ ही लिंटर ढह गया।

वीडियो में लिंटर गिरते ही पूरे स्टेशन परिसर में धुंध सी छा गई। थोड़ी देर तक लोग समझ ही नहीं पाए कि आखिर क्या हुआ।हालांकि आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पहुंच कर कोशिश की लेकिन मलबा ज्यादा होने से लोग कामयाब नहीं हो पाए। तब रेलवे के अधिकारियों ने मोर्चा संभाला और बचाव दल तुरंत पहुंच गया, जिसके बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।

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