राहुल गांधी ने वायनाड में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का वादा किया

राष्ट्रीय
Spread the love

मलप्पुरम (केरल): तीन नवंबर (ए) कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने रविवार को आश्वासन दिया कि वह और वाडनाड में आगामी लोकसभा उपचुनाव के लिए संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उम्मीदवार उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा वायनाड में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

चुनाव अभियान के तहत मलप्पुरम जिले के पास के एरीकोड में जनसभा को संबोधित करते हुए वायनाड के सांसद रह चुके गांधी ने कहा कि उनके लिए यह संसदीय सीट छोड़ना आसान नहीं था क्योंकि लोगों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर कठिन समय में उनका साथ दिया।इस साल हुए लोकसभा चुनाव में गांधी ने वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद उनके वायनाड छोड़ने के कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। वायनाड उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा।

उन्होंने कहा, ‘मैंने आपसे कुछ वादे किए हैं। मेडिकल कॉलेज का वादा… रात के यातायात के लिए वादा। मैं आपको गारंटी देता हूं, आपकी नयी सांसद इन कार्यों को करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। और साथ ही, आपका पुराना सांसद भी प्रतिबद्ध है। हम व्यक्तिगत रूप से इस निर्वाचन क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण करेंगे, जो देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में से एक होगा।’

वायनाड में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। इस उपचुनाव में तीनों राजनीतिक मोर्चों – कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अच्छी सुविधाओं वाले मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता को प्रमुख मुद्दे के रूप में उठाया है।

गांधी ने कहा, ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे लिए वायनाड छोड़ना आसान नहीं है, क्योंकि मुझे यहां के सभी लोगों से जबरदस्त प्रेम और स्नेह मिला है। जब मुझे लगातार निशाना बनाया जा रहा था और मेरे खिलाफ अभियान चलाए जा रहे थे, तो वायनाड के लोग मेरे साथ खड़े थे।’

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने कहा कि वायनाड के लोगों ने उन्हें एक राजनीतिक नेता की तरह नहीं बल्कि एक भाई और अपने परिवार के सदस्य की तरह माना।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र वायनाड को सहायता प्रदान नहीं की।

उन्होंने कहा, ‘आपने देखा कि प्रधानमंत्री वायनाड आए…, लेकिन उन्होंने वास्तव में वायनाड की आर्थिक रूप से मदद नहीं की।’

बारिश के बावजूद, सैकड़ों लोग छोटे से शहर में इकट्ठा होकर कांग्रेस नेता गांधी को देखने के लिए धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे थे क्योंकि सभा निर्धारित समय से दो घंटे से अधिक देरी से शुरू हुई थी।

इससे पहले दिन में, राहुल ने अपनी बहन के साथ वायनाड में नुक्कड़ सभा में भाग लिया।

वायनाड लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र मनंतवडी (सुरक्षित), सुल्तान बथेरी (सुरक्षित) और कलपेट्टा, थिरुवंबाडी, एरानाड, नीलांबुर और वंदूर शामिल हैं।