नयी दिल्ली: नौ दिसंबर (ए) विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर सोमवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस, द्रमुक, शिवसेना (उबाठा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कुछ अन्य दलों के सांसदों ने संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट एकत्र होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और जवाबदेही तय किए जाने की मांग की।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
विपक्षी सदस्यों ने ‘मोदी अदाणी एक हैं’ और ‘वीट वांट जस्टिस’ (हम न्याय चाहते हैं) के नारे लगाए। कांग्रेस सांसद शिवाजी कलगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मणिकम टैगोर ने उद्योगपति गौतम अदाणी का मुखौटा पहन रखा था।
राहुल गांधी ने मुखौटा पहने दोनों कांग्रेस सांसदों का वीडियो बनाया और उनसे प्रतीकात्मक रूप से सवाल-जवाब किए।
उन्होंने दोनों का वीडियो साझा करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘यह एक पुराना और खास रिश्ता है।’’
तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी इस विरोध प्रदर्शन से दूर रहीं।
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि ‘इंडिया’ गठबंधन बिखर गया है।
हालांकि सपा के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव का कहना है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक है।
रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अभियोग लगाए जाने के बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति से आरोपों की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में इस मामले को लेकर उद्योगपति गौतम अदाणी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।
अदाणी समूह ने सभी आरोपों को आधारहीन बताया है। शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा, “जब तक भाजपा सत्ता में है, तब तक अदाणी का मुद्दा उठाया जाएगा. सरकार अदाणी के लिए काम कर रही है, जनता के लिए नहीं. वे केवल अदाणी को लाभ पहुंचाना चाहते हैं. हम संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और संसद में भी अदाणी का मुद्दा उठाएंगे”.