नयी दिल्ली, चार सितंबर (ए) दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने एक आव्रजन रैकेट के सरगना को पकड़ा है जिसके चार एजेंटों को फर्जी दस्तावेजों के साथ विदेश भेजकर लोगों को ठगने के आरोप में कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में 30 अगस्त को 52 वर्षीय नारायणभाई चौधरी की गिरफ्तारी के बाद, 325 भारतीय पासपोर्ट, 175 वीजा कागजात और 1,200 से अधिक जाली आव्रजन स्टैंप जब्त किए गए।
पुलिस के मुताबिक, आव्रजन रैकेट के एजेंट फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अमेरिका की यात्रा, संबद्ध प्रक्रियाओं और बसने की सुविधा के लिए 65-70 लाख रुपये लेते थे। उन्होंने बताया कि रैकेट के चार एजेंटों को अगस्त में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस उपायुक्त (इंदिरा गांधी हवाई अड्डा) तनु शर्मा ने बताया कि 6 जून को रवि रमेशभाई चौधरी को कुवैत से देश वापस भेजा गया था। उन्होंने कहा कि यहां पता चला कि उसका पासपोर्ट फर्जी था।
शर्मा ने कहा कि वापस भेजे गए उक्त यात्री से पूछताछ से आव्रजन रैकेट के सरगना की पहचान की गई और चार एजेंटों को गिरफ्तार किया गया लेकिन सरगना भागने में सफल रहा।
डीसीपी, आईजीआई हवाई अड्डे ने कहा कि उसे इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी के माध्यम से दिल्ली में गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान, नारायणभाई चौधरी ने दावा किया कि वह गुजरात के गांधीनगर, मेहसाणा और आसपास के इलाकों में एक लोकप्रिय आव्रजन एजेंट है।
उन्होंने कहा कि वह अमेरिका में बसने के इच्छुक परिवारों और व्यक्तियों का विवरण एकत्र करता था। उन्होंने बताया कि इसके बाद, वह लक्षित व्यक्ति से संपर्क करता था और उन्हें अवैध आव्रजन की व्यवस्था करने से पहले अमेरिका में जीवन का एक सुनहरा सपना दिखाता था।