इस्लाम को आतंकवाद से बचाना है तो धर्म में आध्यात्मिकता लायें : बाबा रामदेव

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली: 25 अप्रैल (ए). ) पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को क्रूरता की पराकाष्ठा बताते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कहा कि वह पूरी दुनिया, खासकर मुस्लिमों से आह्वान करना चाहते हैं कि धर्म को आतंकवाद से मुक्त करना है तो उसमें आध्यात्म का समावेश करें ।

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर मंगलवार को आतंकवादियों के हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।यहां दूसरी एशियाई योगासन चैम्पियनशिप के उद्घाटन के मौके पर विश्व योगासन के अध्यक्ष रामदेव ने कहा,‘‘ एक बहुत दुखद घटना हुई जो क्रूरता की पराकाष्ठा थी… वह भी एक धर्म को, एक देश को, एक संस्कृति को निशाना बनाकर।’’उन्होंने कहा ,‘‘ मैं आज पूरे विश्व से यह भी आह्वान करना चाहता हूं, खासकर मुसलमान भाइयों से कहना चाहता हूं कि अगर इस्लाम को, मुसलमान और कुरान को आतंक और आतंकवाद से मुक्त करना चाहते हैं तो धर्म में आध्यात्मिकता को लायें। धर्म में आध्यात्म का सेतु बनेगा तो कहां कोई हिंसा रहेगी।’’

उन्होंने कहा,‘‘ दुनिया भर में युद्ध, क्रूरता और हिंसा की घटनायें बढ़ रहीं हैं और इन सभी का हल योग और आध्यात्म ही है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ योग हमारी प्रकृति है और हमारी संस्कृति भी। इससे शरीर में ही लचीलापन नहीं आता बल्कि मन में भी विनम्रता और जीवन में सहनशीलता आती है। व्यक्तित्व विराट हो जाता है।’’

यहां दूसरी एशियाई योगासन खेल चैंपियनशिप 25 से 27 अप्रैल तक इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित की जा रही है। इसका आयोजन योगासन भारत द्वारा खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के सहयोग से किया जा रहा है जिसमें 17 एशियाई देशों के कुल 170 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं ।