मोतिहारी,02 फरवरी (ए) । बिहार में एक बार फिर जुगाड़ तकनीक का जलवा दिखाई दिया। अभी तक सरकारी अस्पतालों में मोमबत्ती और मोबाइल की रोशनी में ऑपरशन की खबरें आती रहती थीं। अब परीक्षा भी इसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था में कराने का मामला सामने आया है। मोतिहारी में इंटरमीडिएट की परीक्षा गाड़ियों की लाइट जलाकर पूरी कराई गई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि इसे लेकर जिलाधिकारी ने सफाई भी दी है. मोतिहारी के महाराजा हरेंद्र किशोर कॉलेज पर दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की परीक्षा थी। केंद्राधीक्षक नवनीत कुमार झा ने बताया कि यहां छात्राओं का सेंटर था। दूसरी पाली में करीब 12 सौ परीक्षार्थियों की परीक्षा थी। ऊपर हॉल में बैठने के लिए सीटिंग प्लान किया गया था। लेकिन बैठने को लेकर समस्या हो गई। इसके बाद हंगामा मचने लगा। हंगामा बढ़ा तो प्रशासन को सूचना दी गयी। सूचना मिलने पर सदर एसडीओ सौरव सुमन यादव व डीईओ संजय कुमार पहुंचे। अधिकारियों के समझाने पर करीब 4:30 बजे से परीक्षा शुरू हो पाई। हंगामे के कारण परीक्षा दो घंटे से अधिक समय की देरी से शुरू हुई। देर शाम डीएम शीर्षत कपिल अशोक भी परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। उन्होंने केंद्राधीक्षक को बदलते हुए निलंबन की कार्रवाई का आदेश डीईओ को दिया। परीक्षा देरी से शुरू होने के कारण अंधेरा हो गया और बिजली नहीं होने से परीक्षार्थियों को परेशानी होने लगी। इस पर वहां मौजूद गाड़ियों की लाइट जलाकर परीक्षा किसी प्रकार पूरी कराई गई। इस बारे में डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर सीटिंग प्लान को लेकर समस्या उत्पन्न हुई। बाद में लाइट जलाकर परीक्षा ली गयी। मामले में केंद्राधीक्षक को बदलते हुए निलंबन की कार्रवाई का आदेश डीईओ को दिया गया है। डीएम का कहना है कि बिजली जाने और अंधेरे को देखते हुए जनरेटर की व्यवस्था करा दी गई थी। जिले के 54 परीक्षा केंद्रों पर हुई इंटर की परीक्षा में प्रथम पाली में 8969 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 152 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। वहीं द्वितीय पाली में 34,482 उपस्थित व 583 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस दौरान प्रथम पाली में साइंस व आर्ट्स के गणित विषय की परीक्षा हुई। जबकि द्वितीय पाली में आट्र्स के हिन्दी विषय की परीक्षा थी। प्रथम पाली सुबह 9:30 बजे से अपराह्न 12:45 बजे तक व द्वितीय पाली अपराह्न 1:45 बजे से 5 बजे तक आयोजित हुई। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले तक ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी गयी।