रीवा,30 मार्च (ए)। मध्यप्रदेश के रीवा वीवीआइपी सर्किट हाउस में संत द्वारा नाबालिग से रेप करने का मामला प्रकाश में आया है। जिस कमरें में रेप हुआ वह हार्डकोर अपराधी के नाम पर बुक हुआ था। जिसमें पूर्व सांसद रामविलास वेदांती के शिष्य संत महाराज उर्फ सीताराम दास ठहरे थे। इसी कमरे में नाबालिग किशोरी से महंत और साथियों पर दरिंदगी का आरोप है। इस पूरे वारदात के पीछे प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं। पीड़िता की शिकायत पर गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में दर्ज हुए मामले में उक्त संत महाराज, हार्डकोर अपराधी विनोद पाण्डेय सहित चार आरोपियों को नामजद किया गया है। मामले में गिरफ्तारी केवल विनोद पाण्डेय की हुई है। यह सनसनीखेज वारदात सोमवार रात की है। जानकारी के अनुसार सर्किट हाउस का कमरा विनोद पाण्डेय ने बुक कराया था। उसी ने उत्तरप्रदेश के संत महाराज उर्फसीताराम दास को ठहराया था। सिविल लाइन थाने में दर्ज एफआइआर के अनुसार विनोद पाण्डेय किशोरी को सर्किट हाउस ले गया था। और उसे महंत से मिलवाया था। इसी दौरान किशोरी से दरिंदगी की गई। चार आरोपियों ने गैंगरेप करने के बाद शोर मचाने पर मारपीट भी की थी। पीड़िता ने घटना की जानकारी परिवार वालों को दी तब मंगलवार को वे उसे लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे । शाम को अपराध दर्ज किया गया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि वहां महंत, विनोद और एक अन्य लोग शराब पी रहे थे। उसे भी शराब पिलाना चाही। लेकिन शराब पीने से मना कर दिया जिसके बाद कमरे में मौजूद अन्य बाहर चले गए जबकि कमरे में मौजूद महंत ने उसे अपने हवस का शिकार बनाया। महंत ने गलत काम करने के बाद अपने अन्य सहयोगियों से उसे घर छोड़ आने को कहा। अन्य लोगों ने उसे किसी से कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसके बाद पीड़िता अपने घर सतना पहुंची, उसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी अपने स्वजन को दी। गत 29 मार्च की शाम पिता के साथ रीवा के सिविल थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।