ईडी निदेशक का कार्यकाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए बढ़ाया गया है : राजद

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पटना/नयी दिल्ली, 31 जुलाई (ए) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार की करीब छह करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।.

पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि एजेंसी के प्रमुख संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए बढ़ाया गया है।.

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ईडी निदेशक का कार्यकाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए बढ़ाया गया है : राजद

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By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 31, 2023

ईडी निदेशक का कार्यकाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए बढ़ाया गया है : राजद

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार की करीब छह करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि एजेंसी के प्रमुख संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए बढ़ाया गया है। ईडी ने सोमवार को कहा कि उसने लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और संबंधित कंपनियों की छह करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली है, जो कथित जमीन के बदले नौकरी (रेलवे नौकरी घोटाला) में उनके खिलाफ धनशोधन जांच का हिस्सा है। एजेंसी ने एक बयान में कहा है कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पटना, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में छह अचल संपत्तियों और दक्षिण दिल्ली के पॉश न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में डी-1088 प्लाट पर बने चार मंजिला एक बंगले को कुर्क करने के लिए एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है।

ईडी की कुर्की के बाद पटना में जारी एक बयान में, राजद की राज्य इकाई के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा, ‘‘ईडी की आज की कार्रवाई ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इरादों को उजागर कर दिया है… केंद्र सरकार कार्यकाल विस्तार क्यों दे रही है। अब साफ हो गया है कि ईडी के प्रमुख संजय कुमार मिश्रा का सेवा विस्तार गुप्त राजनीतिक उद्देश्यों से किया गया था और इसका उद्देश्य झूठे मामलों में विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाना था।’’ उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राजद नेता के खिलाफ फर्जी मामला चलाने का आरोप लगाते हुए कहां कि विपक्षी दलों का गठबंधन बनने के बाद केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार घबरा गई है।’’ गगन ने कहा, ‘‘… भाजपा नेता अब विपक्ष के गठबंधन से डरने लगे हैं और यही कारण है कि राजग सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।’’ विपक्षी दलों ने हाल ही में ईडी प्रमुख के कार्यकाल को 15 सितंबर तक बढ़ाए जाने को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र की आलोचना की थी।

उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में व्यापक ‘सार्वजनिक और राष्ट्रीय हित’ में मिश्रा का कार्यकाल 15 सितंबर की आधी रात तक बढ़ाने की अनुमति दे दी थी।शीर्ष अदालत, जिसने शुरू में तीखी टिप्पणी की और पूछा था, ‘‘क्या हम यह तस्वीर नहीं पेश कर रहे हैं कि कोई अन्य व्यक्ति नहीं है और पूरा विभाग अक्षम लोगों से भरा है।’’ ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में पटना के महुआबाग (दानापुर) में स्थित दो भूखंड शामिल हैं जिनमें से एक-एक का स्वामित्व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड (प्रसाद के परिवार द्वारा नियंत्रित कंपनी बताई गई है) के पास है। इसके अलावा ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में पटना के बिहटा इलाके में राजद प्रमुख की सांसद बेटी मीसा भारती के स्वामित्व वाली भूमि, गाजियाबाद के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित दो औद्योगिक भूखंडों (यादव की बेटी हेमा यादव के पति और ससुर क्रमशः विनीत यादव और शिव कुमार यादव के नाम पर पंजीकृत एक-एक भूखंड) का एक हिस्सा भी शामिल है। ईडी ने कहा कि एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और चंदा यादव (राजद प्रमुख की एक और बेटी) के स्वामित्व वाली एक ‘फर्जी’ कंपनी है और इसका पंजीकृत पता न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र में स्थित बंगला है।

एजेंसी ने कहा कि इन सभी संपत्तियों का संयुक्त रूप से मूल्य 6.02 करोड़ रुपये है। ईडी द्वारा यह कार्रवाई पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और अन्य के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर की है जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने रेलवे में कथित तौर पर अनियमित रूप से नियुक्त उम्मीदवारों से सात भूखंड प्राप्त किए थे। ईडी ने इस मामले में लालू प्रसाद की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियों मीसा भारती (राज्यसभा में राजद सांसद), चंदा यादव और रागिनी यादव के बयान दर्ज किए हैं।