नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर (ए) उच्चतम न्यायालय ने सर्जरी प्रक्रियाओं के सीधे प्रसारण से उत्पन्न कानूनी और नैतिक सवालों से जुड़ी याचिका पर शुक्रवार को केंद्र और अन्य पक्षों से जवाब मांगा।.
याचिकाकर्ताओं ने इसकी तुलना विराट कोहली के एक ही समय में बल्लेबाजी और कमेंट्री करने से की।.
प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिल्ली के कुछ व्यक्तियों द्वारा दाखिल याचिका पर केंद्र और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) समेत अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने एनएमसी को सर्जरी के सीधे प्रसारण की नियमित निगरानी करने और इस संबंध में दिशानिर्देश तैयार करने के लिए एक समिति गठित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।
पीठ ने कहा कि वह इस मुद्दे को एनएमसी के विचार करने के लिए छोड़ देगी।
याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि सर्जरी का सीधा प्रसारण किया जा रहा है और कई लोग इस प्रक्रिया को देख रहे हैं और चिकित्सकों से सवाल पूछ रहे हैं।
उन्होंने पीठ से कहा, ‘‘ये कुछ ऐसा ही है जैसे विराट कोहली बल्लेबाजी और कमेंट्री एक साथ कर रहे हैं।’’
उच्चतम न्यायालय ने मामले को तीन सप्ताह बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।