सूरत, 24 सितंबर (ए) गुजरात के सूरत जिले में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के हजीरा गैस प्रसंस्करण संयंत्र में बृहस्पतिवार तड़के आग लग गई। यह आग तीन विस्फोटों के बाद लगी । हालांकि इस पर काबू पा लिया गया है।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
प्रत्यक्षदशियों ने बताया कि आग भीषण थी और कई किलोमीटर दूर से उसकी लपटें दिखाई दे रही थी। कुछ लोगों ने विस्फोटों और आग के वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किए।
सूरत के जिलाधिकारी धवल पटेल ने बताया कि तड़के तीन बजकर पांच मिनट पर तीन जोरदार विस्फोटों के बाद संयंत्र के गैस टर्मिनल में आग लग गई।
उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए संपीड़ित (कम्प्रेस्ड) गैस का दबाव कम किया गया।
पटेल ने बताया कि ओएनजीसी, सूरत नगर निगम और स्थानीय औद्योगिक इकाइयों के पांच दमकल वाहन घटनास्थल पर पहुंचे तथा आग को नियंत्रित किया।
उन्होंने बताया कि जिस गैस टर्मिनल में आग लगी थी उसे बंद कर दिया गया है और संयंत्र सुरक्षित है।
उन्होंने बताया कि आग लगने वाली जगह के तापमान को नियंत्रित करने के बाद आग के कारणों की पड़ताल की जाएगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अन्य उद्योगों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है।
ओएनजीसी ने एक ट्वीट में कहा, ” आज सुबह हजीरा गैस प्रसंस्करण संयंत्र में आग लग गई। आग पर काबू पा लिया गया है। कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ है।”
कंपनी ने दूसरे ट्वीट में कहा, ” आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया है। जल्द से जल्द सामान्य परिचालन बहाल करने की कोशिश की जा रही है। “
इस बीच, पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचित किया गया कि विस्फोट की चिंगारी से एक झुग्गी में आग लग गई जिससे सो रहे 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त पन्ना मोमाया ने बताया कि आग पर काबू पाने के कुछ घंटे बाद पुलिस को सूचित किया गया कि संयंत्र के बाहर एक जला हुआ शव बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि उसकी मौत के कारण का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की एक टीम को बुलाया गया है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जिस शख्स ने पुलिस को शव के बारे में सूचना दी है, उसने दावा किया है कि विस्फोट के कारण निकली चिंगारी संयंत्र के बाहर स्थित झुग्गी के प्लास्टिक कवर पर गिरी जिससे आग लग गई और व्यक्ति की मौत हो गई।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जहां आग लगी और जहां से शव बरामद किया गया है, उसके बीच की दूरी करीब 250 मीटर है