लखनऊ,15 अगस्त (ए) 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में निदेशक, नगर निकाय उत्तर प्रदेश श्रीमती नेहा शर्मा जी ने सोमवार को नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र व स्थानीय निकाय निदेशालय, उत्तर प्रदेश पर झंडारोहण किया। ध्वजारोहण के बाद अपने सम्बोधन में श्रीमती नेहा शर्मा ने कहा, “हम अपनी कार्य-संस्कृति, कर्त्तव्य परायणता व ईमानदारी और निष्ठा से देश-हित में राष्ट्र के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।” उन्होंने अमृत महोत्सव की निरंतरता बनाए रखने की अपील भी की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन में कार्यरत निदेशालय स्तर के साथ जिलों में कार्य कर रहे लोगों को भी बधाई दी।
ध्वजारोहण के बाद नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केन्द्र व स्थानीय निकाय निदेशालय स्थित स्वाति सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित इस कार्यक्रम में सभी ने तिरंगे का मान बढ़ाने का संकल्प लिया। इस दौरान DCCC (डेडिकेटेड कण्ट्रोल कमांड सेंटर) के कार्यों की सराहना के साथ ही सभी ने साफ-सफाई पर और अधिक जोर देने की बात कही। निदेशक, नगर निकाय उत्तर प्रदेश श्रीमती नेहा शर्मा जी ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव पर पूरे प्रदेश में स्वच्छता को लेकर नगर विकास विभाग तत्पर है। स्थानीय निकाय निदेशालय व नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र, उत्तर प्रदेश ने पूरे प्रदेश में ‘हर घर’ तिरंगा अभियान चलाकर लोगों को देश-प्रेम के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में निदेशक श्रीमती नेहा शर्मा के साथ उप निदेशक (प्रशासन) श्रीमती रश्मि सिंह, अपर निदेशक पशुकल्याण डॉ. असलम अंसारी, सहायक निदेशक (लेखा) श्री अखिल सिंह, श्रीमती रश्मि सिंह व श्रीमती सविता शुक्ला सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन, नगरीय परिवहन निदेशालय, अमृत मिशन निदेशालय, वित्तीय संसाधन बोर्ड व अन्य विभाग के अधिकारी-गण मौजूद रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप-निदेशक (प्रशासन) श्रीमती रश्मि सिंह ने किया। नगर विकास विभाग के कर्मचारियों में राधेश्याम यादव, नागेश्वर, बी एल गौतम, संदीप पाण्डेय, मनोज सिंह, आशीष श्रीवास्तव, संदीप सिंह, कंचन सक्सेना, निकिता तिवारी व अन्य लोग शामिल रहे। सभागार में उपस्थित तमाम लोगों ने देश भक्ति गीत भी सुनाए। कार्यक्रम के अंत में निदेशक श्रीमती नेहा शर्मा जी ने सभी का धन्यवाद देते हुए कहा, “हम सबको आज़ादी के 75 वर्ष में हुए बलिदान और योगदान को नहीं भूलना चाहिए|”