भोपाल, 14 अक्टूबर (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्य प्रदेश इकाई के प्रमुख वी डी शर्मा ने शनिवार को दावा किया कि शुक्रवार को कर्नाटक में ठेकेदारों पर छापे के दौरान आयकर विभाग द्वारा बरामद 42 करोड़ रुपये पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के लिए इस्तेमाल किया जाना था।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में सात से 30 नवंबर के बीच विधानसभा चुनाव होंगे और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह पैसा ठेकेदार अंबिकापति के परिसर में पाया गया था, जिन्होंने कांग्रेस की ओर से कर्नाटक में तत्कालीन भाजपा सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन सरकार होने का झूठा आरोप लगाया था।
शर्मा ने आरोप लगाया कि दक्षिणी राज्य में सत्ता में आने के बावजूद कांग्रेस 40 प्रतिशत कमीशन सरकार के आरोप को साबित नहीं कर सकी।
आयकर (आईटी) विभाग ने कर्नाटक स्थित कुछ ठेकेदारों और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कर चोरी की तलाशी के तहत शुक्रवार को बेंगलुरु में एक आवासीय परिसर में छिपाकर रखी गई 42 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की।
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के नेता शर्मा ने कहा कि इससे अब साबित हो गया है कि कौन कमीशन लेता है और भ्रष्टाचार में लिप्त है…कांग्रेस की कमीशन की रकम उसी व्यक्ति से बरामद होती है।
उन्होंने मध्य प्रदेश की पिछली कमल नाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर कांग्रेस किसी भी राज्य में सत्ता में आती है तो वह एक परिवार के इशारे पर भ्रष्टाचार का केंद्र बन जाती है।
पिछली बार मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 114 सीट जीतने के बाद, कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी।
लेकिन मार्च 2020 में यह तब सरकार गिर गई जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार कांग्रेस विधायकों का एक वर्ग भाजपा में शामिल हो गया।
शर्मा ने कहा कि बताया जा रहा है कि इस पैसे (कर्नाटक में जब्त) का इस्तेमाल पांच राज्यों में चुनाव के लिए किया जाना था। उन्होंने दावा किया कि अंबिकापति को वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है।
भाजपा नेता के दावों के बारे में पूछे जाने पर, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने कहा, वी डी शर्मा को धन्यवाद जिन्होंने भाजपा शासित गुजरात में अडानी के मुंद्रा बंदरगाह पर मिली 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की दवाओं की खेप से कांग्रेस को नहीं जोड़ा।
उनके तर्क के अनुसार, मध्य प्रदेश में भ्रष्ट व्यक्तियों से बरामद पैसे और नोट गिनने वाली मशीनें भाजपा की हैं।