नयी दिल्ली, आठ नवंबर (ए)। कांग्रेस ने नोटबंदी के छह साल पूरा होने के मौके पर मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार के इस कदम के बाद चलन में नकदी 72 प्रतिशत बढ़ गई और ऐसे में सरकार को इस पर ‘श्वेत पत्र’ लाना चाहिए।.
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि नोटबंदी एक ‘संगठित लूट ‘ थी। उन्होंने ट्वीट किया, ” उन 150 से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि जिन्होंने नोटबंदी की त्रासदी के कारण अपनी जान गंवा दी। क्या प्रधानमंत्री मोदी भयावह विफलता के लिए माफी मांगेंगे? ” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नोटबंदी ‘पेपीएम’ द्वारा जानबूझकर उठाया गया कदम था ताकि उनके उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंच सके। पार्टी नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटबंदी रूपी इस भयावह विफलता को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “8 नवंबर 2016 का दिन सबको याद होगा। आज भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने के फैसले की छठी बरसी है। नोटबंदी के 50 दिन के बाद आज तक सरकार ने नोटबंदी का नाम तक नहीं लिया है।” वल्लभ ने दावा किया, “हिंदुस्तान के इतिहास की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड लूट 8 नवबंर 2016 को नोटबंदी के माध्यम से सरकार ने की।” उन्होंने कहा, “पिछले 6 साल में अर्थव्यवस्था में जो कैश-इन-सर्कुलेशन (चलन में नकदी ) है, वो 72 प्रतिशत बढ़ा है। 2016 में अर्थव्यवस्था में चलन में नकदी 17.97 लाख करोड़ रुपये थी, जो आज 30.88 लाख करोड़ रूपये हो चुकी है।” उन्होंने कहा, “नोटबंदी पर सरकार के दावे धराशायी हो गए हैं। कालाधन कम नहीं हुआ, स्विस बैंक में भारतीयों का धन 14 साल के उच्चतम स्तर पर है। नकली नोट भी कम नहीं हुए, रिजर्व बैंक की 2021-22 की रिपोर्ट अनुसार 500 रूपये के नकली नोटों में 102 प्रतिशत की वृद्धि, 2000 के नकली नोटों में 55 प्रतिशत की बढ़त हो गई है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके तहत 500 रुपये और एक हजार रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे। 500 रुपये और 2000 रुपये के नए नोट चलन में आये थे।