कासगंज (उप्र): 14 अप्रैल (ए) कासगंज जिले के सदर कोतवाली थानाक्षेत्र में 10 अप्रैल को एक किशोरी के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म करने और उसके मंगेतर को बंधक बनाकर पीटने के सभी आठ आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने सोमवार को बताया कि इस मामले में अभी तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा पुलिस इस घटना में शामिल और दो लोगों की तलाश कर रही है जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए।पुलिस के अनुसार सदर कोतवाली क्षेत्र में 10 अप्रैल को एक किशोरी के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। घटना के समय किशोरी अपने मंगेतर के साथ वापस घर लौट रही थी। किशोरी जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय में अपना राशन कार्ड बनवाने गई थी।
दुष्कर्म पीड़िता द्वारा 12 अप्रैल को कासगंज थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मुताबिक आठ लोगों में से तीन युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, जबकि अन्य युवकों ने उसे और उसके मंगेतर की पिटाई की । इन आठ लोगों ने दोनों को बंधक बनाकर उनके 5,000 रुपये और किशोरी की सोने की बाली लूट ली थी। उन्होंने किशोरी के मंगेतर के मोबाइल से जबरदस्ती 5,000 रुपये अंतरित भी करवाएए।
किशोरी ने कहा कि शुरुआत में उसने डर के कारण इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया।
पुलिस ने बीएनएस की धाराओं 70 (सामूहिक दुष्कर्म), 126(2) (बंधक बनाना), 308(5) (वसूली), 351 (3) (आपराधिक भय), 303 (2) (धार्मिक भावनाएं आहत करने के इरादे से अपशब्द कहना) और पॉक्सो अधिनियम की धारा पांच एवं छह के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
किशोरी और उसका मंगेतर अलग अलग जाति से हैं। इनके परिजन शादी के लिए राजी हो गए थे। लेकिन चूंकि ये नाबालिग हैं, इसलिए शादी नहीं हो सकी।
किशोरी के मंगेतर की मां ने कहा कि उसका बेटा 17 साल का है जिसकी वजह से शादी नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि जहां किशोरी ठाकुर समुदाय से है, वहीं लड़का लोधी समुदाय से है।
पुलिस के मुताबिक इस मामले की जांच चल रही है।