नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (ए) राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब किए जाने को लेकर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।.
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहता है और वह उसके खिलाफ खड़े होने वाले नेताओं की छवि ‘खराब’ करने की कोशिश कर रहा है।.
सिब्बल ने सभी विपक्षी दलों से जांच एजेंसियों के इस ‘दुरुपयोग’ के खिलाफ एक सुर में आवाज उठाने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक ऐसे सभी दल एक साथ खड़े नहीं होंगे, तब तक भाजपा से मुकाबला करना मुश्किल होगा।
उन्होंने एक बयान में कहा, “वे (भाजपा) ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहते हैं और सभी विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहे हैं। हमने देखा है कि कैसे उन्होंने झारखंड, छत्तीसगढ़ और केरल के मुख्यमंत्रियों तथा अन्य विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया।
सिब्बल ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनी हुई सरकारों को गिराने के लिए संविधान की दसवीं अनुसूची के प्रावधानों का दुरुपयोग किया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्षी नेताओं की छवि ‘खराब’ करना चाहती है और इसके लिए सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का ‘दुरुपयोग’ कर रही है।
उन्होंने कहा कि इसलिए सत्ता पक्ष को पहले से पता होता है कि उसे कितनी सीटें मिलेंगी।
सिब्बल ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पहले ही अंदाजा लगा लिया था, क्योंकि वह सरकार पर हमलावर थे और उन्हें अन्य विपक्षी नेताओं की तरह ही निशाना बनाए जाना तय था।
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितता की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने केजरीवाल को 16 अप्रैल को तलब किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पिछले महीने गिरफ्तार किया था।
केजरीवाल को समन जारी किए जाने के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने ट्वीट किया, “सीबीआई ने केजरीवाल को तलब किया। भाजपा ने कहा : कानूनी प्रक्रिया है। मेरा कहना है : उत्पीड़न हो रहा है।”
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार में मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से राज्यसभा के लिए निर्दलीय के तौर पर चुने गए थे।
उन्होंने हाल में गैर-चुनावी मंच ‘इंसाफ’ का गठन किया था, जिसका मकसद अन्याय के खिलाफ लड़ना है।
सीबीआई के बयान के मुताबिक, केजरीवाल को एक गवाह के तौर पर जांच दल के सवालों का जवाब देने के लिए रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे एजेंसी मुख्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे एक साजिश बताया और पुष्टि की कि केजरीवाल रविवार को एजेंसी के सामने पेश होंगे।
भाजपा ने शुक्रवार को ‘आप’ संयोजक केजरीवाल पर हमला तेज करते हुए उन पर कथित शराब नीति घोटाले का “मास्टरमाइंड” होने का आरोप लगाया था।