नयी दिल्ली, छह सितंबर (ए) भारत में एक दिन में कोविड-19 के 38,948 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,30,27,621 हो गई। वहीं, 219 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,40,752 हो गई। पिछले 167 दिन में सामने आए संक्रमण से मौत के ये सबसे कम मामले हैं और 48 दिन बाद कोविड-19 मृत्यु दर भी घटकर 1.33 प्रतिशत हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में 23 मार्च को एक दिन में कोविड-19 से 199 लोगों की मौत हुई थी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,04,874 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.23 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 5,174 कमी आई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.44 प्रतिशत है। पिछले 71 दिन से 50 हजार से कम नए मामले ही आ रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 53,14,68,867 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,10,649 नमूनों की जांच रविवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 2.76 प्रतिशत है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.58 प्रतिशत है, जो पिछले 73 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,20,63,616 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 68.75 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
आंकडों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 219 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 74 और महाराष्ट्र के 67 लोग थे। देश में कोविड-19 से अभी तक कुल 4,40,752 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,37,774 लोग, कर्नाटक के 37,409 लोग, तमिलनाडु के 35,018 लोग, दिल्ली के 25,082 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,856 लोग, केरल के 21,496 लोग और पश्चिम बंगाल के 18,502 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।