नयी दिल्ली, पांच जून (ए) भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,270 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,31,76,817 हो गई है। इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर 34 दिन बाद एक प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मामले बढ़कर 24,052 हो गए तथा संक्रमण से 15 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,24,692 हो गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कुल मामलों का 0.06 प्रतिशत है। वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.73 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,636 की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 1.03 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.84 प्रतिशत है। इससे पहले एक मई को दैनिक संक्रमण दर 1.07 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
देश में अभी तक कुल 4,26,28,073 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है।
आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 194.09 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।
संक्रमण से जिन 15 लोगों ने जान गंवाई है, उनमें से 13 मरीज केरल से थे और एक-एक मरीज महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश से था।
देश में अब तक संक्रमण से 5,24,692 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें महाराष्ट्र के 1,47,865, केरल के 69,786, कर्नाटक के 40,107, तमिलनाडु के 38,025, दिल्ली के 26,212, उत्तर प्रदेश के 23,520 और पश्चिम बंगाल के 21,204 मरीज शामिल थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा