लखनऊ,13 मार्च (ए)। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सभी 403 विजेता उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है।
विजेता उम्मीदवारों के घोषित आपराधिक मामलों के अनुसार 403 में से 205 (51 प्रतिशत) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 143 (36 प्रतिशत) विधायको ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये थे।
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार यूपी चुनाव में 158 (39 प्रतिशत) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में 402 में से 107 (26 प्रतिशत) विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये थे। पांच विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी- 302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
29 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से संबंधित मामले, छह विजेता उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बंधित मामले, छह में से एक विजेता उम्मीदवार ने अपने ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से संबंधित मामला घोषित किया है।
विजेता उम्मीदवारों के घोषित आपराधिक मामले दलवार स्थिति देखें तो बीजेपी के 255 में से 111 (44 प्रतिशत),
समाजवादी पार्टी के 111 में से 71 (64 प्रतिशत),
राष्ट्रीय लोकदल के आठ में सात (88 प्रतिशत),
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह में से चार (67 प्रतिशत),
निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के छह में से चार (67 प्रतिशत),
अपना दल (सोने लाल ) के 12 में से तीन (25 प्रतिशत)
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो (100 प्रतिशत) काग्रेस के दो (100 प्रतिशत) और एक (100 प्रतिशत) बहुजन समाज पार्टी के विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं।