नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (ए) दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में कुशाल चौक के पास की सड़कों पर मंगलवार को कुछ सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू हो गईं, लेकिन हिंसा प्रभावित इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।
लगातार चौथे दिन ज्यादातर दुकानें बंद रहीं, लेकिन कुशल चौक के पास सड़कों पर सब्जी और फलों की कुछ रेहड़ियां नजर आईं।
लोग सब्जी और किराने के सामान खरीदते नजर आए। स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले दिन की तुलना में स्थिति में सुधार हुआ है।
जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया था जिसमें आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय शख्स जख्मी हो गया था।
हालांकि, आम जनजीवन अब भी प्रभावित है और इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात हैं।
सी-ब्लॉक क्षेत्र में रहने वाले अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित दिखे।
सी ब्लॉक निवासी रूपा ने कहा, “ मैं दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली अपनी बेटी को स्कूल नहीं भेज रही हूं। जो भेज रहे हैं वे अपने बच्चों के साथ स्कूल भवन के परिसर तक जा रहे हैं। इलाके में बड़ी संख्या पुलिस बल तैनात होने के बावजूद मुझे डर लग रहा है।”
एक अन्य अभिभावक ने कहा कि हिंसा उनके बच्चों को भी प्रभावित कर रही है।
सी ब्लॉक की अन्य निवासी राजिया ने कहा, “मैं अभी अपने तीनों बच्चों को स्कूल नहीं भेज रही हूं क्योंकि वे डरे हुए हैं। मेरे 13 साल के बेटे को आज (मंगलवार को) स्कूल जाना पड़ा क्योंकि उसकी परीक्षा थी। मेरे पति उनके साथ स्कूल की इमारत तक गए।”
कुछ बच्चों ने दावा किया कि के-ब्लॉक के एक स्कूल में मंगलवार को उच्च स्तर कक्षाओं के छात्रों के बीच बहस हुई है।
तेरह वर्षीय रेहान अंसारी ने कहा, “मेरे माता-पिता ने मुझे कुछ दिनों के लिए स्कूल नहीं जाने को कहा है। मैं डरा हुआ नहीं हूं लेकिन मैंने सुना है कि स्कूल में मेरे सीनियर्स के बीच इस घटना को लेकर बहस हो गई ।”
अंसारी की मां ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती वह अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगी।