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जब लाहौल स्पीति में जम गई नदी तो लोग–

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शिमला, 27 दिसम्बर एएनएस। देशभर में जारी ठंड के बीच इस साल उत्तर भारत में गंभीर ठंड की स्थिति बनी हुई है। हिमाचल प्रदेश में ठंड से एक नदी पूरी की पूरी जम गई और लोगों को उस पर चलते हुए देखा गया। मौसम विभाग ने कहा है कि 29 दिसंबर से उत्तर पश्चिम भारत के तुछ हिस्सों में वायु प्रदूषण बढ़ेगा और इसी के साथ शीत लहर भी देखने को मिलेगी।
गौरतलब है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद पर काफी बर्फबारी होने की संभावना है, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बर्फबारी हो सकती है। आईएमडी ने कहा कि 27 और 28 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के उत्तरी हिस्सों में हल्की बारिश या गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के हट जाने के बाद और उत्तर-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम में निचले स्तर की हवाओं में ठंडी और शुष्कता के परिणामस्वरूप मजबूती के प्रभाव के कारण 29 दिसंबर के बाद पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में फिर से “गंभीर शीत लहर” की स्थिति “ठंडी” हो सकती है।
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख, कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, “पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में होगा जहां मध्यम बारिश या बर्फबारी होने की उम्मीद है। दिल्ली में, हम बादल छाने और बारिश होने की उम्मीद कर सकते हैं।  29 दिसंबर से तीन से चार दिनों के लिए शीत लहर दिखाई दे सकती है। हम पहले से ही बहुत कम न्यूनतम तापमान देख रहे हैं जो शीत लहर की स्थिति को दर्शाता है।”

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