नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (ए) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’’ को केंद्र सरकार की नीतियों का मूल आधार बताते हुए कहा कि जो देश का है, वह हर देशवासी का है और उसका लाभ हर देशवासी को मिलना चाहिए।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से निकले छात्र भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि एएमयू के कैंपस में ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ की भावना दिनोंदिन मजबूत होती रहे, इसके लिए मिलकर काम करें।
इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देश की समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना आवश्यक है। आज देश भी उस मार्ग पर बढ़ रहा है, जहां प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के देश में हो रहे विकास का लाभ मिले। देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है, जहां पर प्रत्येक नागरिक संविधान से मिले अपने अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें, भविष्य को लेकर निश्चिंत रहें।’’
उन्होंने कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां किसी मत, मजहब के भेद के बिना हर वर्ग तक योजनाएं पहुंच रही हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, यह मंत्र इसका मूल आधार है । देश की नियत नीतियों में यही संकल्प झलकता है ।
उन्होंने कहा, ‘‘बिना किसी भेदभाव के 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले, दो करोड़ लोगों को घर मिले, आठ करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला। बिना किसी भेदभाव के कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त अनाज सुनिश्चित किया गया। आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ।’’
मोदी ने कहा, ‘‘जो देश का है, वह हर देशवासी का है। इसका लाभ हर देशवासी को मिलना ही चाहिए। हमारी सरकार इसी भावना के साथ काम कर रही है।’