देश में मोहब्बत और नफरत के बीच लड़ाई, भाजपा की नफरत को सफल नहीं होने देंगे: राहुल

राष्ट्रीय
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नूंह (हरियाणा): तीन अक्टूबर (ए) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को हरियाणा की जनता से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया तथा कहा कि कांग्रेस धर्म, भाषा और जाति के आधार पर ‘‘भाजपा द्वारा फैलाई जा रही नफरत’’ को सफल नहीं होने देगी।

गांधी नूंह में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर तीखे हमले किए और कहा कि आज मोहब्बत और नफरत के बीच लड़ाई है।पिछले साल नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी जिसमें दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी।

राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन आरोप लगाया कि कि कांग्रेस प्यार फैलाती है जबकि भाजपा नफरत फैलाती है।

हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीट के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा। मतणना आठ अक्टूबर को होगी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण चीज भाईचारा है। भाजपा और आरएसएस के लोग जहां भी जाते हैं, नफरत फैलाते हैं। वे जिस भी राज्य में जाते हैं, कहीं भाषा के बारे में बात करते हैं, कहीं वे धर्म के बारे में बात करते हैं और कहीं वे जाति के बारे में बात करते हैं।’’

गांधी का कहना था, ‘‘नफरत को खत्म करना होगा। भारत नफरत का देश नहीं है, यह मोहब्बत का देश है। आपने यह पूरे देश को दिखाया है।’’

उन्होंने कहा कि भारत ‘मोहब्बत की दुकान’ का देश है, ‘नफरत का बाजार’ का नहीं है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘हम देश में इस नफरत को जीतने नहीं देंगे। देश में प्यार, भाईचारा और एकता की जीत होगी।’’

उनका कहना था, ‘‘नफरत से देश कमजोर होता है। नफरत से दुख और डर फैलता है। प्यार ही है जो नफरत की दवा है। प्यार से भाईचारा फैलता है और प्यार से देश आगे बढ़ता है। हम प्यार की बात करते हैं लेकिन वे (भाजपा) नफरत फैलाते हैं और देश को तोड़ने की कोशिश करते हैं।’’

राहुल गांधी ने चुनावी सभा के दौरान हाथ में संविधान की प्रति ले रखी थी।

उन्होंने कहा कि संविधान ने गरीबों, किसानों और मजदूरों के अधिकारों की रक्षा की है, लेकिन ‘‘भाजपा और आरएसएस संविधान पर हमला करने पर तुले हुए हैं।’’

कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘देश में विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस है, जो देश संविधान से चलाना चाहती है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा-आरएसएस हैं, जो संविधान खत्म करना चाहते हैं।’