गाजीपुर,01नवम्बर (एएनएस)। उत्तर प्रदेश में माफियाओं के अवैध निर्माण के खिलाफ चले अभियान के तहत गाजीपुर शहर के सदर कोतवाली क्षेत्र के व्यस्ततम क्षेत्र महुआबाग में सड़क के किनारे स्थित, आईएस-191 के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गजल होटल बिल्डिंग को लाख कवायद के बावजूद होटल प्रबन्धन बचा न सका और प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया । बताते चलें कि पूरी बिल्डिंग में होटल,बैंक,एटीएम, मोबाइल टावर सहित कई दुकानें संचालित होती रही थीं।
उल्लेखनीय है कि गत आठ अक्टूबर को सिटी मजिस्ट्रेट प्रभास कुमार ने जांच में होटल की बिल्डिंग को मास्टर प्लान के स्वीकृत नक्शे के अनुसार नहीं पाया। इस पर उन्होंने होटल के भूतल के कुछ हिस्से और ऊपरी तल के सम्पूर्ण क्षेत्र को ध्वस्त करने का आदेश निर्गत किया था।
इसके लिए उन्होंने होटल स्वामियों को एक सप्ताह का समय भी दिया था। उनके इस आदेश के विरुद्ध होटल स्वामियों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और उनके आदेश पर रोक लगाने की मांग की। उच्च न्यायालय ने उस पर सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा कि इस मामले में याची उचित न्यायिक तरीका अपनाये।
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद होटल स्वामी द्वारा गत 22 अक्टूबर को एसडीएम सदर के आदेश के विरुद्ध जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में चुनौती दी गई।
जिला मजिस्ट्रेट एमपी सिंह ने अपनी अगुवाई में आठ सदस्यीय बोर्ड गठित कर मामले की सुनवाई कर फैसला सुरक्षित रखा था।
कल शनिवार की शाम जिलामजिस्ट्रेट एमपी सिंह की अगुवाई वाली आठ सदस्यीय बोर्ड के आये फैसले में सिटी मजिस्ट्रेट के फैसले को सही ठहराया गया और उस फैसले की प्रतिलिपि गजल होटल पर चिपका दी गयी थी। फैसले की जानकारी होते ही होटल बिल्डिंग में मौजूद व्यवसायियों में हड़कंप मच गया और वे अपनी सामानों को हटाने में जूट गये थे। बैंक, एटीएम तथा मोबाइल टावर तो इससे पूर्व ही स्थान बदल चुके थे।
जिलामजिस्ट्रेट के कल आये फैसले के बाद अवैध रूप से बनायी गयी होटल बिल्डिंग को ध्वस्त करने के लिए जिला प्रशासन के बुलडोजर आज सुबह साढ़े सात बजे ही गजल होटल पर जा धमके। एडीएम राजेश सिंह, एडीएम सुशील कुमार श्रीवास्तव, एसडीएम सदर प्रभाष कुमार, एसडीएम सेवराई रमेश मौर्या, एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी, सीओ सिटी ओजस्वी चावला, शहर कोतवाल विमल मिश्रा के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस गजल होटल पर पहुंच गयी। उस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर, महुआबाग व मिश्रबाजार को चारो तरफ से सील कर ध्वस्तीकरण का कार्य शुरू करा दिया।