मुरादाबाद, 27 दिसम्बर एएनएस। यूपी में दुष्कर्म की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में मुरादाबाद में एक निजी अस्पताल के सीईओ ने अस्पताल में काम करने वाली महिलाकर्मी के साथ दुष्कर्म किया। आरोप है कि महिला को बहाने से घर बुलाकर नशीला कोल्डड्रिंक पिलाया और उसके साथ रेप किया। होश में आने पर उसने अस्पताल प्रशासन से विरोध जताया लेकिन इसके बाद दबाव बनाकर ओर लोकलाज का डर दिखाकर समझौता कराने की कोशिश की गई।
पीड़िता ने एसएसपी से इस मामले में गुहार लगाई थी, जिसके बाद शनिवार को मुकदमा दर्ज किया गया। उधर, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कराई जा रही है। दोषी पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
महिला के अनुसार वह तलाकशुदा एक बच्चे की मां है। जीवन-यापन के लिए उसने इसी साल जून में मझोला थाना के नया मुरादाबाद क्षेत्र में स्थित निजी अस्पताल में ओपीडी असिस्टेंट के पद पर नौकरी ज्वाइन की थी। आरोप लगाया कि एक दिन अस्पताल के सीओओ डॉ. श्रीधर ने उसे अपने घर बुलाया। वहां एक अन्य व्यक्ति पहले से मौजूद था।
आरोप है कि सीओओ ने महिला को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर पिला दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। होश आने पर उसने खुद को अस्पताल में पाया। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। महिला के अनुसार उसे दुष्कर्म होने का अहसास हुआ तो उसने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की। शिकायत पर कार्रवाई की बजाय उल्टा महिला को ही नौकरी लेने की धमकी दी गई। बाद में दबाव बनाकर समझौता कराके महिला को ओपीडी हेड बना दिया गया।
यह भी आरोप है कि समझौता कराने के बाद उसकी तनख्वाह रोक ली गई और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। इतना ही नहीं उसे ओपीडी से हटाकर रिसेप्शन पर बैठा दिया गया। महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने मझोला पुलिस को केस दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
एसएचओ मझोला अजयपाल सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी डॉ. श्रीधर के खिलाफ दुष्कर्म और धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। उधर, इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने भी संज्ञान लिया है। अस्पताल प्रशासन अपने स्तर से नोटिस जारी कर मामले की जांच करा रहा है। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही गई है।