नीट मामला: 2024 में प्रश्नपत्र लीक, अंतिम समय में रद्द होने से प्रभावित होने वाली परीक्षाएं

राष्ट्रीय
Spread the love

नयी दिल्ली: आठ जुलाई (ए) उच्चतम न्यायालय ने चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित परीक्षा ‘नीट-यूजी’ में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामलों में सुनवाई 11 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी है। इस महत्वपूर्ण परीक्षा के भविष्य को लेकर छात्रों का इंतजार और बढ़ गया है। नीट विवाद ने प्रश्नपत्र लीक और परीक्षा प्रणाली में विसंगतियों को सुर्खियों में ला दिया है।यहां उन परीक्षाओं की सूची दी गई है जो इस वर्ष या तो प्रश्नपत्र लीक होने या अन्य कारणों से अंतिम समय में रद्द होने के कारण प्रभावित हुई हैं :

नीट-यूजी

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 में कुल 67 छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए, जो राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के इतिहास में अभूतपूर्व है जिनमें हरियाणा के एक केंद्र से छह छात्र शामिल हैं। इससे परीक्षा में अनियमितताओं का संदेह पैदा होता है। आरोप लगाया गया है कि कृपांक के कारण 67 छात्रों ने शीर्ष रैंक प्राप्त की।

नीट-यूजी में शीर्ष रैंक साझा करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 67 से घटकर 61 हो गई, क्योंकि एनटीए ने 1,563 उम्मीदवारों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित करने के बाद एक जुलाई को संशोधित परिणाम घोषित किए।

परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप भी लगे हैं, जिसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है और कई हलकों से दोबारा परीक्षा कराने की मांग की जा रही है। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि उन लाखों उम्मीदवारों के करियर को खतरे में डालना उचित नहीं है जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा उत्तीर्ण की है।

उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि यदि नीट-यूजी 2024 की शुचिता ‘नष्ट’ हो गई है तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा। शीर्ष अदालत ने साथ ही एनटीए और सीबीआई से प्रश्नपत्र लीक होने के समय तथा लीक होने और वास्तविक परीक्षा के बीच की अवधि के बारे में जानकारी मांगी।

2. यूजीसी-नेट

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) आयोजित होने के एक दिन बाद ही तब रद्द कर दी गई जब शिक्षा मंत्रालय को सूचना मिली कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है। बाद में मंत्रालय ने कहा कि प्रश्नपत्र ‘डार्क वेब’ पर लीक हो गया था। सीबीआई मामले की जांच कर रही है। परीक्षा 21 अगस्त से चार सितंबर तक फिर से आयोजित की जानी है-

3-उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई। इसमें लगभग 16 लाख महिलाओं सहित 48 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया। यह परीक्षा उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में चार पालियों में 2,385 केंद्रों पर आयोजित की गई थी जिसका उद्देश्य राज्य पुलिस बल में 60,244 पदों को भरना था।

प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई और अब इसकी जांच विशेष कार्यबल (एसटीएफ) द्वारा की जा रही है। परीक्षा अभी दोबारा आयोजित की जानी है।

4. संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी-नेट

संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी-नेट जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर तथा विज्ञान में पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा है। परीक्षा को निर्धारित समय से दो दिन पहले ही संसाधन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए स्थगित कर दिया गया था। अब यह परीक्षा 25 से 27 जुलाई तक आयोजित की जाएगी।

5. नीट-पीजी

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘‘एहतियाती उपाय’’ के तौर पर निर्धारित तिथि से एक रात पहले रद्द कर दिया। अब यह परीक्षा 11 अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी।

6. सीयूईटी-यूजी

देश भर में पहली बार ‘हाइब्रिड मोड’ में आयोजित संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक (सीयूईटी-यूजी) को एक रात पहले दिल्ली में संसाधन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए रद्द कर दिया गया। राष्ट्रीय राजधानी में बाद में परीक्षा आयोजित की गई।

तीस जून तक घोषित होने वाले परीक्षा के नतीजों में देरी हो गई है। एनटीए ने रविवार को घोषणा की कि वह 15 से 19 जुलाई तक उन उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करेगी, जिनकी परीक्षा के आयोजन के बारे में शिकायतें वास्तविक पाई जाती हैं।

7. एनसीईटी

चार वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय साझा प्रवेश परीक्षा (एनसीईटी) 12 जून को निर्धारित की गई थी, जिसमें 40,000 से अधिक उम्मीदवार शामिल होने वाले थे।

तकनीकी कारणों से परीक्षा सभी परीक्षा केंद्रों पर शुरू नहीं हो सकी और केवल कुछ केंद्रों पर ही शुरू हो सकी, जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। अब यह परीक्षा 10 जुलाई को आयोजित की जाएगी