काठमांडू: 20 जुलाई (ए) प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले केपी शर्मा ओली के रविवार को संसद में विश्वास मत हासिल करने की परीक्षा में खरा उतरने से पहले ही तीन राजनीतिक दलों ने उनके खिलाफ मतदान करने की घोषणा की है जिनमें वह पार्टी भी शामिल है जिससे उन्होंने नाता तोड़ लिया है।
ओली ने पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के स्थान पर नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है। प्रचंड पिछले हफ्ते प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल करने में विफल रहे थे क्योंकि ओली की ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी’ (सीपीएन-यूएमएल) ने समर्थन वापस लेकर नेपाली कांग्रेस (एनसी) और अन्य दलों से हाथ मिला लिया था। एनसी संसद में सबसे बड़ी पार्टी है।