नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (ए) बिहार में दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरी में खराबी थी। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन चालक सहित छह रेलवे अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘ऐसा लगता है कि यह दुर्घटना पटरी में खराबी के कारण हुई।’’
इसमें दुर्घटना के कारण 52 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान लगाया गया है। बुधवार रात हुए हादसे में लोको पायलट (चालक) आंशिक रूप से घायल हो गया और उसके सहायक को गंभीर चोटें आईं।
रिपोर्ट में लोको पायलट का एक बयान भी शामिल है, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी, लेकिन स्टेशन को पार करने के तुरंत बाद उसे पीछे से एक गंभीर झटका लगा।
प्रारंभिक रिपोर्ट में लोको पायलट के हवाले से कहा गया है कि अत्यधिक कंपन और गंभीर झटके के परिणामस्वरूप, ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया और ट्रेन रात 9:52 बजे पटरी से उतर गई।
इसमें रघुनाथपुर स्टेशन के एक गेटमैन और एक पॉइंटमैन के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकलती देखी। रिपोर्ट में लोको पायलट और उसके सहायक का ‘‘ब्रेथ एनालाइजर’’ परीक्षण नकारात्मक बताया गया।
बुधवार रात बिहार के बक्सर जिले में रघुनाथपुर के पास 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।