बांधवगढ़ में तीन और जंगली हाथियों की मौत, मृतकों की संख्या 10 हुई

उमरिया
Spread the love

उमरिया: 31 अक्टूबर (ए) मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (बीटीआर) में जहरीला पदार्थ खाने से तीन और जंगली हाथियों की मौत हो गई है, जिससे इस सप्ताह में अब तक मरने वाले हाथियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। वन विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ-वन्यजीव) वीकेएन अंबाडे ने अभयारण्य के भीतर से फोन पर ‘ बताया, “बुधवार शाम को एक हाथी की मौत हो गई, जबकि बृहस्पतिवार को दो अन्य हाथियों की मौत हो गई।”उन्होंने कहा, ‘फिलहाल हमें (हाथियों की मौत में) कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। मैंने आस-पास के कई इलाकों का दौरा किया है। मुझे अभी तक कोई गड़बड़ी नहीं दिख रही है। लेकिन देखते हैं कि (शव परीक्षण और फॉरेंसिक) रिपोर्ट क्या कहती है।’

दिल्ली से वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की पांच सदस्यीय टीम बीटीआर में है।

अंबाडे ने कहा, ‘राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के नागपुर स्थित क्षेत्रीय अधिकारी, सहायक वन महानिरीक्षक नंदकिशोर काले, स्थिति का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिए यहां डेरा डाले हुए हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हमारा राज्य बाघ स्ट्राइक बल भी खोजी कुत्तों के साथ जांच कर रहा है।’

उन्होंने कहा कि आसपास की कृषि भूमि, धान के खेतों, जल निकायों और उन खेतों से नमूने एकत्र किए गए हैं, जहां हाथियों ने कोदो बाजरा खाया था।

फोन पर संपर्क किए जाने पर, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एल कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘शव परीक्षण किए गए हैं और पशु चिकित्सकों ने परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर कहा है कि उनके पेट में विषाक्तता देखी गई है।’

पूर्वी मध्यप्रदेश के उमरिया और कटनी जिलों में फैले बांधवगढ़ में हाथियों की मौत की जांच करने वाली राज्य सरकार द्वारा नियुक्त पांच सदस्यीय समिति के प्रमुख कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘इसके अलावा, उनके पेट में बहुत सारा कोदो बाजरा पाया गया है।’

कृष्णमूर्ति से जब पूछा गया कि क्या मृत हाथियों ने खेत में छिड़के गए किसी जहरीले कीटनाशक का सेवन किया था, तो उन्होंने कहा, ‘हमने हाथियों के नमूने (अंदर के हिस्से) जांच के लिए जबलपुर स्थित स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ (एसडब्ल्यूएफएच) को भेजे हैं। फॉरेंसिक जांच से ही विष का पता चलेगा।’

उन्होंने कहा कि सभी मृत हाथी 13 के झुंड का हिस्सा थे, जिसमें एक नर हाथी भी शामिल था, जिसकी मौत हो चुकी है।

कृष्णमूर्ति ने बताया कि झुंड के शेष तीन हाथी स्वस्थ हैं और जंगल में उनकी लगातार निगरानी की जा रही है।

उन्होंने बाद में एक बयान में कहा कि वन्यजीव स्वास्थ्य अधिकारियों और जबलपुर स्थित एसडब्ल्यूएफएच की टीमों ने नौ हाथियों का पोस्टमार्टम किया है और दसवें शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को किया जाएगा।