पटना: 11 अप्रैल (ए) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को राज्य से श्रमिकों के पलायन को रोकने और बढ़ती बेरोजगारी से निपटने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार की आलोचना की।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार बिहार से देश के अन्य हिस्सों में श्रमिकों के पलायन को रोकने में बुरी तरह विफल रही है। यह युवाओं को रोजगार देने में भी विफल रही है। कई वर्षों से मुख्यमंत्री पद पर आसीन नीतीश कुमार को राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’’पायलट ने आरोप लगाया कि बिहार में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है। उन्होंने कहा, ‘‘शायद ही कोई परीक्षा निष्पक्ष और बिना विवाद के आयोजित की जाती है। यह सरकार युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ है। राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार गरीब विरोधी और युवा विरोधी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सामाजिक रूप से हाशिए पर पड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान और बेहतरी के लिए काम करती है। हम बिहार और पूरे देश में युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के बारे में समान रूप से चिंतित हैं।’’
उन्होंने विश्वास जताया कि मतदाता इस साल के अंत में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में राजग सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे।
इसके बाद पायलट पार्टी के अन्य नेताओं के साथ पटना में एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार के नेतृत्व में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में शामिल हुए।
पायलट और कन्हैया कुमार समेत कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज नीतीश कुमार से मुलाकात कर अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंप सकता है।
पिछले 26 दिनों में कई जिलों से गुजर चुकी इस पदयात्रा का समापन शुक्रवार शाम को राज्य की राजधानी में होगा।