भाजपा के 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने पर रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 3,000 रुपये हो जाएगी: अभिषेक बनर्जी

राष्ट्रीय
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धुपगुड़ी (पश्चिम बंगाल), दो सितंबर (ए) तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को लोगों से 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देने की अपील की और दावा किया कि यदि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी (भाजपा) फिर से जीत गई तो रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़कर 3,000 रुपये हो जाएगी।.

अभिषेक ने जोर देकर कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ 2024 में सत्ता में आता है, तो एक सिलेंडर की कीमत महज 500 रुपये होगी।.

तृणमूल कांग्रेस नेता ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगले साल होने वाले आम चुनाव में भाजपा को एक भी वोट न दें। अगर वह चुनाव जीतती है, तो रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़कर 3,000 रुपये हो जाएगी। लेकिन अगर ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है, तो इसकी कीमत घटाकर 500 रुपये कर दी जाएगी। यह हमारा आपसे वादा है और हम वादे नहीं भूलते।’’

जलपाईगुड़ी जिले में धुपगुड़ी उपचुनाव पांच सितंबर को होना है।

केंद्र सरकार ने हाल में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कटौती की थी। कोलकाता में 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत पहले 1,129 रुपये थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप हमारे उम्मीदवार को वोट दें और यह सुनिश्चित करें कि भाजपा उम्मीदवार (उपचुनाव में) भारी मतों के अंतर से पराजित हों, ताकि वह अपने घर से बाहर नहीं निकलें।

डायमंड हार्बर के सांसद ने कहा कि आपलोगों को भाजपा को आम लोगों और ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की ताकत समझानी होगी।

बनर्जी ने स्थानीय लोगों को तीन महीने के भीतर धुपगुड़ी को अनुमंडल बनाने का भी आश्वासन दिया।

इस बीच, बनर्जी के दावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता सुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि टीएमसी नेता को पहले लोगों को यह बताना चाहिए कि राज्य में आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं और संविदा पर नियुक्त समूह ‘डी’ के ‘अनियमित’ कर्मचारियों का वेतन इतना कम क्यों है।

अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के कर्मचारियों को केंद्र के बराबर महंगाई भत्ते की मांग के लिए महीनों तक खुले में क्यों बैठना पड़ा।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘टीएमसी और अभिषेक बनर्जी के मन में संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है। अन्यथा, उन्होंने चुनावी क्षेत्र धुपगुड़ी में ऐसे वादे नहीं किए होते।’’