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भारत की वृद्धि के सफर में अहम साझेदार होगा अमेरिका : प्रधानमंत्री मोदी

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वाशिंगटन, 15 सितंबर (ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले 25 वर्षों में भारत की वृद्धि के सफर में अमेरिका एक अहम साझेदार होगा। साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी कि अमेरिकी संसद परिसर में भारत की आजादी के 75वें वर्षगांठ का जश्न दोनों देशों के बीच मित्रता में ‘‘मील का एक अहम पत्थर’’ बनेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए यहां एकत्रित हुए भारतीय-अमेरिकी समुदाय को दिए एक संदेश में कहा ‘‘भारत शब्द कई चीजें प्रदर्शित करता है- एक आधुनिक लोकतांत्रिक गणराज्य, एक विविधतापूर्ण देश, एक प्राचीन सभ्यता और एक सांस्कृतिक चेतना, जो भूगोल या समय द्वारा सीमित नहीं है। ’’

उन्होंने कहा कि दुनियाभर में अग्रणी योगदान दे रहे भारतीय समुदाय के लोग इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण हैं कि कैसे कोई एक ही समय में कई आयामों से गुजरकर भारत से जुड़ सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि, भारत आगामी 25 वर्षों के लिए ऊंचे लक्ष्य निर्धारित कर रहा है, इसलिए अमेरिका इस यात्रा में एक अहम साझेदार होगा। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि यह जश्न हमारे दोनों देशों के बीच शानदार मित्रता में मील का एक अहम पत्थर बनेगा।’’

मोदी ने अपने संदेश में कहा, ‘‘भारत अपनी आजादी के 75 वर्षों का जश्न मना रहा है। यह आजादी एक विशिष्ट तरीके से हासिल की गई थी। लिहाजा भारत हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकता है, जो शांति एवं आजादी के आदर्शों से प्रेम करता है।’’

उन्होंने भारतीय प्रवासी समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस समुदाय ने भारतीय मूल्यों को आत्मसात करके उनकी सुगंध फैलायी है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे प्रवासी समुदाय के सदस्य, देश के लिए प्रशंसनीय राजदूत रहे हैं। उन्होंने सभी संस्कृतियों का सम्मान करने, मेल-जोल बढ़ाने और अपने विशिष्ट योगदानों से समाज को समृद्ध करने के भारतीय मूल्यों को आत्मसात करके उनकी सुगंध फैलाई है।’’

गौरतलब है कि 75 भारतीय-अमेरिकी संगठन 1947 के बाद की भारत की यात्रा की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए। इनमें ‘यूएस इंडिया रिलेशनशिप काउंसिल’, सेवा इंटरनेशनल, एकल विद्यालय फाउंडेशन, हिंदू स्वयंसेवक संघ, जीओपीआईओ सिलिकॉन वैली, ‘यूएस इंडिया फ्रेंडशिप काउंसिल’ और सरदार पटेल फंड फॉर सनातन संस्कृति शामिल हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘हमारे दोनों महान देशों को जोड़ने वाले मूल्यों में आजादी के लिए प्यार और लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर प्रतिबद्धता सबसे महत्वपूर्ण है। दुनिया के सबसे बड़े और पुरानी लोकतंत्रों द्वारा आजादी का जश्न मनाना एक खूबसूरत भावना है।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख लक्ष्मणभाई मांडविया ने यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद परिसर) में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए भारतीय-अमेरिकियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय-अमेरिकियों ने भारत-अमेरिका के संबंधों को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंधों ने नई ऊचांइयों को छुआ है।

वहीं, अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि भारत-अमेरिका के संबंध उतने ही पुराने हैं, जितनी की भारत की आजादी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह ऐसा वक्त है, जब हम अमेरिका और स्वतंत्रत भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्षों का जश्न मना रहे हैं।’’

संधू ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर कैपिटल परिसर में इसका जश्न मनाया जाना मेरे लिए खास अवसर है। कांग्रेस ने इस शानदार रिश्ते को प्रगाढ़ करने में विशेष भूमिका निभाई है। मैं पिछले 25 वर्षों से दोनों देशों के शानदार रिश्ते देख रहा हूं।’’

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