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मप्र: भाजपा ने अधिकारियों पर पार्टी के झंडे हटाने का आरोप लगाया, निर्वाचन आयोग में शिकायत की

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भोपाल, 30 अक्टूबर (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से सोमवार को मुलाकात कर आरोप लगाया कि जिला स्तर पर कुछ अधिकारी जानबूझकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के निजी घरों और वाहनों से पार्टी के झंडे और चुनाव चिन्ह हटा रहे हैं।.

भाजपा ने तर्क दिया कि निजी दोपहिया वाहनों और घरों पर पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह (कमल) लगाना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है और इस बाबत सीईओ से अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की।.वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने दावा किया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी भाजपा की मांग पर सहमत हो गए हैं और आश्वासन दिया है कि एक परिपत्र जारी किया जाएगा और मामले को संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रभारी यादव ने उस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जिसने सीईओ अनुपम राजन को एक ज्ञापन सौंपा।

यादव ने सीईओ से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि अधिकारियों को निर्देश दिया जाए कि वे निजी दोपहिया वाहनों और घरों से झंडे न हटाएं। पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह लगाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। कुछ अधिकारियों ने जानबूझकर हमारी पार्टी का चुनाव चिन्ह हटा दिया है।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा ने निर्वाचन आयोग के पत्र की एक प्रति भी सौंपी है, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं को नियम के अनुसार अपने निजी वाहनों और संपत्तियों पर पार्टी का झंडा लगाने की अनुमति दी गई है।

यादव ने दावा किया कि सीईओ ने भाजपा की शिकायतों को स्वीकार कर लिया है।

ज्ञापन में आदर्श आचार संहिता के नियम 13 और उसकी उप धाराओं का भी उल्लेख किया गया है, जो पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी मर्जी से अपने निजी वाहनों और घरों पर पार्टी का झंडा और चिन्ह प्रदर्शित करने की अनुमति देता है।

मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।

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