प्रयागराज, 11 अक्टूबर (ए) संगम नगरी प्रयागराज में 2025 में लगने वाले महाकुंभ मेले को दिव्य एवं भव्य बनाने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को हुई शीर्ष समिति की बैठक में करीब 1320 करोड़ रुपये मूल्य की 50 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।.
मंडलायुक्त कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की पांचवीं बैठक डिजिटल के माध्यम से बुधवार को संपन्न हुई जिसमें करीब 1320 करोड़ रुपये की 50 नई परियोजनाओं को स्वीकृत किया गया।.
विज्ञप्ति के मुताबिक, इन परियोजनाओं में राज्य सेतु निगम की एक, प्रयागराज मेला प्राधिकरण की तीन, पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की पांच, लोक निर्माण विभाग की तीन, जल निगम की दो, प्रयागराज विकास प्राधिकरण की एक और नगर निगम की 35 परियोजनाएं शामिल हैं।
राज्य सेतु निगम ने अलोपीबाग पूल के समानांतर दो लेन के नये पुल के निर्माण का प्रस्ताव दिया था और इस परियोजनाओं को मंजूरी मिल गई है।
वहीं, प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पंडालों में 25 हजार बिस्तर की सुविधा देने, 10 हजार लोगों की क्षमता का गंगा पंडाल पंडाल, एक हजार लोगों की क्षमता के तीन सम्मेलन केंद्र और 250 कैंप की क्षमता का सर्किट हाउस तैयार करने का प्रस्ताव दिया था जिसे मंजूरी प्रदान की गई।
ये सभी कार्य महाकुंभ 2025 के को देखते हुये जायेंगे जिसमें लगभग 10 हजार संस्थाओं को चार हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बसाये जाने का प्रस्ताव है। महाकुंभ 2025 को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए मेला क्षेत्र में लगभग 1,45,000 शौचालय स्थापित किये जाएंगे, स्वच्छता के लिए 25,000 कूड़ेदान स्थापित किये जाएंगे। मेला क्षेत्र को 25 खंड में बांटा जाएगा।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन, मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर सोलर एलईडी लाइट, मोबाइल जनरेटर, स्ट्रीट लाइट मरम्मत वैन और मेला क्षेत्र में कराये जा रहे कार्यों के बेहतर निगरानी के लिए अत्याधुनिक व्यवस्था करने जा रहा है।