नागपुर, 12 दिसंबर (ए)। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे सरकारी कर्मचारियों के समर्थन में मंगलवार को आगे आते हुए कहा कि सरकार को तत्काल उनकी मांग पूरी करनी चाहिए।.
अपनी मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए यहां यशवंत स्टेडियम में इकट्ठा हुए सरकारी कर्मियों को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह उनकी (कर्मियों की) मांग को पूरा करेगी।.
उन्होंने कहा, ‘‘ आज मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं तथा मेरी पार्टी एवं उसके चुनाव निशान को चुरा लिया गया है। यदि मैं मुख्यमंत्री होता तो मैं फैसला ले सकता था। लेकिन, मैं यहां आपको ताकत एवं विश्वास देने के लिए आया हूं।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘ सरकार आती है,जाती है, लेकिन आपका हमपर जो विश्वास है, उसके आधार पर मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि शिवसेना हर कदम पर आपकी लड़ाई में आपका साथ देगी।’’
राज्य में कई सरकारी एवं अर्धसरकारी कर्मी पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे हैं जिसे 2005 में रोक दिया गया था।
पुरानी पेंशन योजना के तहत किसी भी सरकारी कर्मी को पेंशन के तौर पर अंतिम वेतन का पचास फीसदी भाग प्रतिमाह मिलता है। कर्मियों द्वारा योगदान की जरूरत नहीं होती है।
नयी पेंशन योजना के तहत राज्य सरकार का कर्मी अपनी मूल तनख्वाह का 10 प्रतिशत और महंगाई भत्ता का योगदान करता है और राज्य भी उतना ही योगदान देता है।
यह धनराशि पेंशन फंड नियायमक एवं विकास प्राधिकरण द्वारा मंजूर किसी एक पेंशन फंड में लगायी जाती है और इस तरह रिटर्न बाजार आधारित होता है।
ठाकरे ने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि वे अपना हक मांग रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मदद करने को ‘इच्छुक’ नहीं है। उन्होंने उनसे कहा, ‘‘ जबतक आप जीत न जाते हैं, तबतक मत रूकिए।’’
उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल पर भी कटाक्ष किया जो इस साल जुलाई में अजित पवार एवं कुछ अन्य नेताओं के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गये।बाद में यहां विधान भवन परिसर में ठाकरे ने कहा कि वह मिठाई खाने के लिए भुजबल से मिलने जायेंगे क्योंकि (कथित भ्रष्टाचार मामले में) उनके खिलाफ जांच अचानक बंद हो गयी।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं जानना चाहता हूं कि उन्होंने ऐसा क्या चमत्कार किया कि उनके खिलाफ जांच बंद कर दी गयी।’’
ठाकरे ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद वह भोजन पर राकांपा नेता प्रफुल पटेल (पटेल राकांपा में अजित पवार धड़े का समर्थन करते हैं) से मिलेंगे और उनसे भोजन में कम मिर्ची का अनुरोध करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पटेल को गैंगस्टर इकबाल मिर्ची की कथित अवैध संपत्ति से जुड़े धनशोधन के मामले में पहले प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बुलाया गया था। इकबाल मिर्ची फरार अंडरवर्ल्ड दाउद इब्राहिम का सहयोगी था।
तब राकांपा संस्थापक शरद पवार के साथ रहे पटेल ने कहा था कि एक भी पैसे की संपत्ति का विनिमय नहीं हुआ।