महोबा , 16 सितम्बर (एएनएस )। यूपी के महोबा जिले के कबरई कस्बे के एक क्रशर व्यवसायी की संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से हुई मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तफ्तीश शुरू करते हुए बुधवार देर शाम पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर परिजनों के बयान लिये।
मृत क्रशर कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी के भतीजे अभिनव त्रिपाठी ने बताया कि एसआईटी बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे उनके घर पहुंची और करीब पौन घण्टे तक परिजनों से बंद कमरे में घटना के बारे में जानकारी ली।
अभिनव ने बताया कि इसके पहले एसआईटी में शामिल अधिकारी कबरई थाने भी गए और करीब चार बजे झांसी-मिर्जापुर राजमार्ग में बाघवाखेड़ा घटनास्थल का जायजा लिया। अभिनव ने बताया कि बाघवाखेड़ा पर उसके चाचा इन्द्रकांत गत आठ सितंबर को करीब ढाई बजे गोली लगने से घायल अवस्था में अपनी कार में मिले थे।
गौरतलब है कि इन्द्रकांत ने सात और आठ सितंबर को जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार के खिलाफ रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर सोशल मीडिया में वीडियो जारी किया था। इसके कुछ घण्टे बाद वह संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से घायल हो गया था। इलाज के दौरान कानपुर के एक अस्पताल में रविवार शाम उसकी मौत हो गयी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत नौ सितम्बर को भ्रष्टाचार के आरोप में महोबा के पुलिस अधीक्षक पाटीदार को निलम्बित कर दिया था।
इन्द्रकांत के गोली लगने से घायल होने के बाद उसके बड़े भाई रविकांत ने गत शुक्रवार की शाम कबरई थाने में निलंबित पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, निलंबित कबरई थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला और विस्फोटक सामाग्री के आपूर्तिकर्ता सुरेश सोनी तथा ब्रम्हदत्त के खिलाफ जबरन धन वसूली (386), हत्या का प्रयास (307), साजिश रचना (120बी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 की धारा-7/8 के तहत मामला दर्ज कराया था।
इसी मामले की जांच के लिए शासन के निर्देश पर मंगलवार को वाराणसी के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार मीणा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था।