लखनऊ, 15 नवंबर एएनएस। बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा उप चुनाव में मिली करारी हार और आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए संगठन में फेरबदल शुरू कर दिया है। उन्होंने अति पिछड़े भीम राजभर को बसपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। प्रदेश अध्यक्ष रहे मुनकाद अली को हटा दिया गया है। मुनकाद को राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने की चर्चा है, लेकिन इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है। इसके साथ ही लखनऊ मंडल संगठन में फेरदबल किया गया है। लखनऊ के जिलाध्यक्ष एचके गौतम को हटा दिया गया है।
बसपा सुप्रीमो इन दिनों दिल्ली में हैं। वह यूपी में सात सीटों पर हुए विधानसभा उप चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा कर रही हैं। भाजपा से नाराज मुस्लिमों को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए मुनकाद अली को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। मुनकाद पश्चिमी यूपी से हैं। मायावती ने उन्हें कई सेक्टरों की जिम्मेदारी दे रखी थी, लेकिन समीक्षा के दौरान पाया गया कि विधानसभा उप चुनाव में मुनकाद अली अपेक्षाकृत मुस्लमानों को पार्टी के साथ नहीं जोड़ पाए। इसके चलते उन्हें पार्टी से हटा दिया गया है। मायावती ने अति पिछड़े वर्ग से आने वाले भीम राजभर को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। भीम राजभर मऊ के रहने वाले हैं। उन्हें पार्टी संगठन में पहली बार इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर मायावती ने यह संदेश दिया है कि मिशन 2022 में वह पिछड़ों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगी। मायावती ने ट्वीट कर नए प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी है।
बसपा में इसके साथ ही लखनऊ मंडल संगठन में भी व्यापक फेरबदल किया गया है। लखनऊ मंडल का मुख्य सेक्टर प्रभारी डा. अशोक सिद्धार्थ को बनाया गया है। भीमराव अंबेडकर, डा. रामकुमार कुरील, डा. विनोद भारती, रामनाथ रावत व विनय कश्यप उनके साथ लगाए गए हैं। लखनऊ का नया जिलाध्यक्ष अखिलेश अंबेडकर को बनाया गया है। उन्नाव मिथलेश कुमार पंकज, रायरबेली बाल कुमार गौतम, हरदोई सुरेश चौधरी, लखीमपुर खीरी प्रमोद चौधरी और सीतापुर का जिलाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम को बनाया गया है।
मायावती ने संगठन में किया फेरबदल, भीम राजभर को बनाया प्रदेश अध्यक्ष
