भिलाई,02 दिसम्बर एएनएस । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार दोपहर कुटेला भाटा में बनने वाले आईआईटी भवन के लिए भूमिपूजन किया। इस अवसर पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, गृहएवं लोकनिर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार,राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय, भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव, भजन सिंह निरंकारी, सरोज पाण्डेय, ओपी महिलांग, सरोजिनी चंद्राकर शालिनी यादव, जय शर्मा निखिल खिचरिया प्रमुख रूप से उपस्थित थी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल में सबसे पहले सुपर स्ट्रक्चर पर ईंट रखी। यह ब्रिक लेयिंग सेरेमनी का हिस्सा होता है। इसके बाद कार्यक्रम स्थल से मुख्यमंत्री ने शिला पट्ट का अनावरण किया। इसके बाद उन्होंने थ्री डी माडल का अनावरण भी किया। इस अवसर पर आईआईटी के फस्र्ट फेज के डिजाइन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू ने भिलाई को औद्योगिक तीर्थ का दर्जा दिया था आज यही भिलाई एजूकेशन हब के नाम से देश में विख्यात है। यहां से शिक्षित हजारों छात्र विश्व के कई देशों में काम कर रहे है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आईआईटी में रिसर्च को प्राथमिकता देने का सुझाव देते हुए कहा कि यहां कार्यरत प्रोफेसर इस आईआईटी को देश के नामी आईआईटी में शुमार करेंगे। पहले जहां देश में 5 आईआईटी था वही अब देश में 23 आईआईटी है। मुख्यमंत्री ने आज के कार्यक्रम में मुख्यमत्री श्री बघेल ने संकेत दिया कि भिलाई और रिसाली नगर निगम का चुनाव अपने समय पर ही होगा और बचे निगम मंडलों में भी जल्द नियुक्ति की जायेगी। श्री बघेल ने आगे कहा कि आईआईटी के माध्यम से छत्तीसगढ में रिसर्च को बढावा मिलेगा, जो यहां लौह आधारित उद्योगों के लिए काफी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि हम लोग छत्तीसगढ में धान आधारित एथेनाल उद्योग पर काम करने वाले हैं। आईआईटी में यदि इसकी कास्ट कटिंग पर कोई रिसर्च होता है तो इस उद्योग के लिए यह काफी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ जैसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले राज्यों के लिए आईआईटी इस तरह के रिसर्च माडल विकसित करे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आईआईटी परिसर का निर्माण 2022 तक पूरा हो जाएगा और यह संस्थान हर मायने में उपयोगी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नालाजी अनेक तरीकों से जीवन बदलती है पहले एलुमीनियम काफी महंगी वस्तु होती थी अब यह सुलभ है। इलेक्ट्रानिक घडिय़ां काफी महंगी होती थी अब ये काफी सस्ती है। आईआईटी के माध्यम से छत्तीसगढ में भी विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्रीउमेश पटेल ने कहा कि आईआईटी जैसी संस्थाएं कास्ट कटिंग पर रिसर्च करें। छत्तीसगढ में जहां लौह उद्योग की संख्या काफी है। आईआईटी का यह रिसर्च वरदान साबित हो सकता है। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि नेहरू जी ने भिलाई स्टील प्लांट की सौगात हमारे प्रदेश को दी। इससे तेजी से विकास के रास्ते खुले। आईआईटी भिलाई के माध्यम से भी छत्तीसगढ में विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी। इस मौके पर कृषि एवं जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चैबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों की वजह से कोरोना काल में भी छत्तीसगढ की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रही। उन्होंने कहा कि किसानों को खुशहाल करने के माध्यम से हर वर्ग को खुशहाल किया जा सकता है यह नीति सफल रही, इसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है। पीएचई मंत्री श्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि भिलाई आईआईटी के माध्यम से टेक्नालाजी के क्षेत्र में छत्तीसगढ के लिए नई संभावनाएं बनती रहेंगी। यह संस्थान हमारे प्रतिभाशाली छात्रों को सर्वोत्तम प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा।आईआईटी के डायरेक्टर मूना ने की राज्य शासन के भूरि-भूरि प्रशंसाकहा धान से बायोडीजल बनाने का तेजी से किया जा रहा है रिसर्चकुटेलाभाठा में आज आईआईटी के भूमिपूजन एवं शिलान्यास के अवसर पर अपने स्वागत भाषा में आईआईटी के डायरेक्टर रजत मूना ने कहा कि आईआईटी में कम के कम पेड़ कटे, उसका विशेष ध्यान रखा गया है। प्राकृतिक एवं पर्यावरण रक्षा का भी विशेष ध्यान दिया गया है। साठ प्रोफसर एवं 40 अन्य स्टाफ है, 2022 तक इस आईआईटी को पूरा करने का प्रयास हेै, हमने कुटेला भाठा के एक प्रायमरी स्कूल को भी गोद लिया है। यहां के किसानों के धान से बॉयो-डीजल बनाने के कार्य का तेजी से रिसर्च कर रहे हैं कि बॉयोडीजल बनाने का संयंत्र इतना सस्ता कर देें कि पूरे देश के हर गांव में इसका संयंत्र लग सके। देश में 22 आईआइटी है, ये 23 आईआईटी का भूमिपूजन किया। राज्य सरकार के सहयोग की डायरेक्टर रजत मूना ने भूरि भूरि प्रशंसा की। प्रोग्राम के बीच में नाराज होकर चली गई सांसद सरेाज पाण्डेयआईआईटी के भूमिपूजन के दौरान आयोजित कार्यक्रम में स्वागत भाषण के दौरान आईआईटी के डायरेक्टर रजत मूना ने राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को सुश्री की जगह गलती से श्रीमती कहकर संबोधित कर दिया, इससे नाराज होकर सांसद सरेाज पाण्डेय तुरंत कार्यक्रम छोड़कर चली गई। इस मामले में डायरेक्टर मूना ने कहा कि मुझे जानकारी नही थी कि वे अविवाहित है, इसलिए श्रीमती कह दिया । इस भूल के कारण मैं उनसे टेलिफोन से माफी मांग लूंगा। प्रो. मूना सुश्री सरोज पाण्डेय से माफी मांगे -मुख्यमंत्रीआईआईटी प्रमुख प्रो मूना ने सांसद सरोज पाण्डेय को भूलवंश श्रीमती सरोज पाण्डेय कहने पर जब सरोज पाण्डेय बीच में ही कार्यक्रम से उठ कर चली गई। तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रो. मूना को सुश्री पाण्डेय से उनके निवास जाकर अपनी गलती के लिए माफी मांगने अनुरोध करने कहा।