मेरठ (उप्र): 19 अप्रैल (ए)।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने अब दावा किया है कि युवक ने अपनी शिकायत वापस ले ली है और दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है।
इससे पहले, मेरठ के ब्रह्मपुरी निवासी मोहम्मद अजीम (22) ने कहा था कि उसकी शादी शामली जिले के कंकरखेड़ा क्षेत्र की 21 वर्षीय मंतशा के साथ तय हुई थी। अजीम ने आरोप लगाया था कि रिश्ता तय करते समय मंतशा को दिखाया गया, लेकिन निकाह उसकी मां से करा दिया।
अजीम ने दावा किया कि इस निकाह को कराने के लिए पांच लाख रुपये लिए गए। पीड़ित ने कहा कि जब धोखे का पता चलने पर उन्होंने विरोध किया तो पीटकर भगा दिया गया। युवक ने इस संबंध में मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की।
मोहम्मद अज़ीम ने 17 अप्रैल को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उसका निकाह 31 मार्च को ईद वाले दिन शामली जिले के कंकरखेड़ा क्षेत्र की रहने वाली 21 वर्षीय मंतशा से तय हुआ था। अज़ीम के मुताबिक, यह रिश्ता उसके बड़े भाई नदीम और भाभी शायदा ने तय कराया था।
शिकायत में अज़ीम ने बताया कि निकाह की रस्मों के दौरान मौलवी ने दुल्हन का नाम ‘ताहिरा’ पुकारा, जो मंतशा की मां हैं और 45 वर्षीय विधवा हैं। जब अज़ीम ने घूंघट उठाकर दुल्हन का चेहरा देखा, तो उसे यह धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
अज़ीम ने दावा किया कि जब उन्होंने इस धोखे का विरोध किया और दुल्हन को साथ ले जाने से मना कर दिया, तो उसके भाई-भाभी ने उसे बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी।
मामले की जांच कर रहीं ब्रह्मपुरी की पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) सौम्या अस्थाना ने ‘ बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता अजीम ने पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि वह अभी इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता है।