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मेरे नाम से कोई घर नहीं लेकिन मेरी सरकार ने लाखों बेटियों को मकान मालिक बनाया: प्रधानमंत्री

**EDS: VIDEO GRAB VIA Narendra Modi YOUTUBE** New Delhi: Prime Minister Narendra Modi virtually addresses party leaders and workers on the occasion of BJP 'Sthapna Diwas' (Foundation Day), in New Delhi, Thursday, April 6, 2023. (PTI Photo)(PTI04_06_2023_000029B)

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बोडेली (गुजरात), 27 सितंबर (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनके नाम पर कोई घर नहीं है, लेकिन उनकी सरकार ने देश की लाखों बेटियों को घर का मालिक बना दिया।.

उन्होंने कहा कि आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े समुदायों की करोड़ों महिलाएं अब ‘लखपति’ बन गई हैं क्योंकि उनके पास सरकारी योजनाओं के तहत बने घर हैं।.दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को गुजरात पहुंचे मोदी राज्य के आदिवासी बहुल छोटा उदयपुर जिले के बोडेली शहर में शिक्षा क्षेत्र से संबंधित 4,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं सहित 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि मैंने आपके साथ महत्वपूर्ण समय बिताया है, मैं गरीब लोगों के सामने आने वाले मुद्दों को जानता हूं और मैंने हमेशा उन मुद्दों को हल करने की कोशिश की है। आज मैं संतुष्ट हूं क्योंकि मेरी सरकार ने देश भर में लोगों के लिए चार करोड़ घर बनाए हैं। पिछली सरकारों के विपरीत, गरीबों के लिए एक घर हमारे लिए सिर्फ एक संख्या नहीं है। हम गरीबों के लिए घर बनाकर उन्हें सम्मान प्रदान करने का काम करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम गरीब के लिए घर बनाकर उसे सम्मान प्रदान करने की दिशा में काम करते हैं। हम आदिवासियों की जरूरतों के अनुसार घरों का निर्माण कर रहे हैं, वह भी बिना किसी बिचौलिये की मौजूदगी के। लाखों घर बनाए गए और महिलाओं के नाम पर पंजीकृत किए गए। हालांकि मेरे नाम पर अभी तक घर नहीं है, लेकिन मेरी सरकार ने लाखों बेटियों को घर का मालिक बना दिया।’’

उन्होंने कहा, आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े समुदायों की करोड़ों महिलाएं अब ‘लखपति दीदी’ बन गई हैं क्योंकि उनके नाम पर पंजीकृत इन घरों की कीमत अब लगभग 1.5 लाख रुपये से 2 लाख रुपये है।

मोदी ने यह भी कहा कि विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा गांधीनगर में गुजरात शिक्षा विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उनसे देश भर में ऐसे केंद्र शुरू करने का आग्रह किया।

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