जयपुर, 12 अप्रैल (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में रेलवे भर्तियों में ‘राजनीति व भ्रष्टाचार’ होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था।.
मोदी ने दावा किया कि रेलवे में हालात 2014 के बाद बदलने शुरू हुए जब देश के लोगों ने केन्द्र में स्थिर सरकार बनवाई। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल का कायाकल्प होते देखकर आज हर भारतवासी गर्व से भरा हुआ है।.
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन कार्यक्रम को दिल्ली से ‘वर्चुअल’ माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश की 15वीं और राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन जयपुर, अलवर और गुरुग्राम में ठहराव के साथ अजमेर और दिल्ली कैंट स्टेशन के बीच चलेगी। ट्रेन अपनी यह यात्रा पांच घंटे 15 मिनट में तय करेगी।
कार्यक्रम की शुरुआत में मोदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ‘मेरे मित्र’ कहकर संबोधित किया और राज्य की कांग्रेस में जारी राजनीतिक खींचतान के बावजूद इस कार्यक्रम में आने के लिए उनका आभार जताया।
इस अवसर पर मोदी ने रेलवे में राजनीति को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह हमारे देश का दुर्भाग्य रहा है कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था, जो सामान्य मानवीय जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है, उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था। आजादी के बाद भारत को एक बड़ा रेलवे नेटवर्क मिला था। लेकिन रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा।’’
उन्होंने दावा किया कि राजनीतिक स्वार्थ से तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा और कौन नहीं बनेगा, कौन सी ट्रेन किस स्टेशन पर चलेगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ ने ही बजट में ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों के भूमि के बदले नौकरी घोटाले के परोक्ष संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हालत यह थी कि रेलवे की भर्तियों में राजनीति होती थी, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था। गरीब की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा… स्वच्छता रेलवे प्लेटफार्म की स्वच्छता सबकुछ को नजरअंदाज कर दिया गया था।’’