राजकोट, 27 जुलाई (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर स्पष्ट रूप से कटाक्ष करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ‘‘भ्रष्ट और वंशवादी’’ लोगों ने अपनी जमात का नाम बदल दिया है, लेकिन उनका व्यवहार और लक्ष्य वही है।.
उन्होंने कहा कि वे (विपक्षी दल) नाराज हैं क्योंकि उनकी सरकार के तहत आम लोगों के सपने पूरे हो रहे हैं।.
गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने शहर के लिए एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और विभिन्न अन्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद राजकोट के रेस कोर्स ग्राउंड में एक सभा को संबोधित करते हुए 26-दलों वाले विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा।
मोदी ने कहा, ‘‘जब देश प्रगति कर रहा है तो कुछ लोगों का परेशान होना स्वाभाविक है। जिन्होंने लोगों को (विकास से) वंचित रखा और हमारे नागरिकों की जरूरतों एवं आकांक्षाओं के बारे में कभी कोई चिंता नहीं की, वे अब नाराज हैं क्योंकि आम लोगों के सपने अब पूरे हो रहे हैं।’’
मोदी ने विपक्ष पर नागरिकों से जुड़े मुद्दे उठाते समय दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘इन वंशवादी और भ्रष्टाचारियों ने अपनी जमात का नाम बदल लिया है, लेकिन इनका चेहरा, आचरण और इरादे वही पुराने हैं। जब मध्यम वर्ग को कुछ सस्ता मिलता है, तो वे दावा करते हैं कि किसानों को (उनके उत्पादों के लिए) उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। जब किसानों को अच्छी कीमतें मिलती हैं, तो वे दावा करते हैं कि महंगाई बढ़ रही है। यह दोहरा मापदंड उनकी राजनीति की पहचान है।’’
पिछले सप्ताह 26 विपक्षी दल एक साथ आए थे और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से मुकाबला करने के लिए बेंगलुरु में एक बैठक में एक नया गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) बनाया था।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार 2014 में सुशासन देने की ‘‘गारंटी’’ के साथ आई थी और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राजग सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान इसे पूरा किया गया है।
महंगाई को नियंत्रण में रखने के लिए अपने प्रशासन की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि यदि पिछली सरकार (कांग्रेस और उसके सहयोगियों की) सत्ता में बनी रहती तो एक लीटर दूध की कीमत 300 रुपये होती।
उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई के मामले में उनका ट्रैक रिकॉर्ड देखिए। जब वे सत्ता में थे, तो मुद्रास्फीति की दर 10 प्रतिशत थी। अगर हमने मुद्रास्फीति को नियंत्रित नहीं किया होता तो आज कीमतें आसमान छू रही होतीं। अगर वे वर्तमान में सत्ता में होते, तो आज कीमतें आसमान छू रही होतीं। एक लीटर दूध की कीमत 300 रुपये होती जबकि एक किलो दाल 500 रुपये में बेची जाती।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कोरोना वायरस महामारी और यूक्रेन-रूस युद्ध के बावजूद महंगाई को नियंत्रित करने में कामयाब रही। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पड़ोसी देशों में महंगाई दर 25 से 30 प्रतिशत है। लेकिन, भारत में ऐसा नहीं है। हम महंगाई को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे।’’
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों की बदौलत पिछले पांच साल में ही लगभग 13.5 करोड़ लोग गरीबी के चंगुल से बाहर आ गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर पिछली सरकार (संप्रग सरकार) आज सत्ता में रहती तो मोबाइल फोन उपयोगकर्ता अपने मासिक बिल के रूप में लगभग 6,000 रुपये का भुगतान कर रहे होते।
उन्होंने कहा, ‘‘आज प्रत्येक नागरिक प्रति माह 20 जीबी मोबाइल डेटा का उपयोग करता है। वर्ष 2014 में (जब भाजपा केंद्र में सत्ता में आई थी) एक जीबी डेटा की कीमत 300 रुपये थी। अगर वे (कांग्रेस और उसके सहयोगी) वर्तमान में सत्ता में होते, तो लोग अपने मासिक बिल के रूप में 6,000 रुपये का भुगतान कर रहे होते। लेकिन 20 जीबी के लिए, आप वर्तमान में जो बिल चुकाते हैं वह केवल 300 से 400 रुपये है। आप लगभग 5,000 रुपये प्रति माह बचा रहे हैं।’’
मंच से प्रधानमंत्री ने सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई (एसएयूएनआई) योजना के आठवें और नौवें चरण सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
एसएयूएनआई योजना के तहत हाल में पूरे किए गए पैकेज के जरिये 95 गांवों में 52,398 एकड़ सिंचित भूमि को पानी और गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में लगभग 98,000 लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
अन्य परियोजनाओं में एक बहु-स्तरीय फ्लाईओवर, एक जलशोधन संयंत्र और 33,000 से अधिक पुस्तकों वाला एक पुस्तकालय शामिल है।
सभा को संबोधित करने से पहले, मोदी ने दोपहर के समय राजकोट शहर के निकट एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। उन्होंने अक्टूबर, 2017 में राजकोट शहर के निकट हीरासर गांव में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास किया था।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यह राज्य का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है और इसे 1,405 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
इसमें कहा गया कि राजकोट से लगभग 30 किलोमीटर दूर हीरासर गांव में स्थित हवाई अड्डा परिसर 1,025.50 हेक्टेयर (2,534 एकड़) क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें से भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने 1,500 एकड़ क्षेत्र में हवाई अड्डे का निर्माण किया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, इसमें 3,040 मीटर (3.04 किलोमीटर) लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे है जहां 14 विमान खड़े किए जा सकते हैं।
कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद थे।