नयी दिल्ली: 10 जून (ए) नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए रविवार को शपथ लेने वाली मंत्रिपरिषद में 33 नये चेहरे शामिल हुए हैं और इनमें से कम से कम छह मंत्री मशहूर राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्रिपरिषद में पहली बार शामिल होने वालों में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों – शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा) और एचडी कुमारस्वामी (कर्नाटक) – का भी नाम है।मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बनने वाले सात लोग सहयोगी दलों से हैं, जिनमें तेदेपा से के. राममोहन नायडू और पी. चंद्रशेखर, जद (यू) के ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर, रालोद के जयंत चौधरी, लोजपा के चिराग पासवान और जद (एस) के एच.डी. कुमारस्वामी शामिल हैं।
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के 45 वर्षीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी, भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के पुत्र हैं।
बिहार के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में अपनी पारी शुरू करने जा रहे हैं। उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) ने बिहार में जिन पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था, उन सभी पर जीत हासिल की।
जनता दल (यूनाइटेड) के रामनाथ ठाकुर प्रसिद्ध समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं। कर्पूरी ठाकुर को इस वर्ष के प्रारंभ में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू मोदी मंत्रिमंडल में नए सदस्य हैं। बेअंत की 1995 में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा हत्या कर दी गई थी।
महाराष्ट्र के वरिष्ठ राकांपा नेता एकनाथ खडसे की पुत्रवधू रक्षा खडसे ने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली।