नयी दिल्ली: नौ फरवरी (ए) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव ने मुश्किल समय में देश की सेवा की और उनका राजनीतिक कौशल और योगदान अनुकरणीय था।
रक्षा मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चौधरी चरण सिंह और कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा का भी स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि राव, सिंह और स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाएगा।
राव ने 1991 से 1996 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। उन्हें तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के साथ ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है।
चरण सिंह जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे थे और वह किसानों के अधिकारों के समर्थक थे। स्वामीनाथन को भारत की हरित क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है।
रक्षा मंत्री ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘यह जानकर खुशी हुई कि भारत सरकार पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने जा रही है। उन्होंने मुश्किल समय में देश की सेवा की। उनका दृष्टिकोण, राजनीतिक कौशल और हमारे राष्ट्र के लिए योगदान अनुकरणीय था।’’
उन्होंने कहा कि चरण सिंह ने भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता, चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न देने के निर्णय से मैं बहुत हर्षित हूं। चौधरी साहब ने आजीवन किसानों, मजदूरों एवं समाज के अन्य कमजोर वर्गों के हित एवं कल्याण के लिए काम किया। भारत के लोकतंत्र को मज़बूत करने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्हें भारत रत्न देने के निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’’
सिंह ने कहा कि कृषि अनुसंधान में स्वामीनाथन के उल्लेखनीय कार्यों से इस क्षेत्र में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव आया था। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने भारत की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके शोध, मार्गदर्शन और योगदान से हमारे देश को काफी लाभ हुआ।’’