मुंबई: 14 फरवरी (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व कद्दावर नेता अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया। पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने पार्टी नेतृत्व द्वारा उनके जैसे नए सदस्य पर जताए गए भरोसे के लिए सराहना की।
चव्हाण ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। कल ही पार्टी में शामिल होने के बावजूद भाजपा ने मुझ पर भरोसा जताया है। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले को धन्यवाद दिया।
चव्हाण की उम्मीदवारी पर कोई हैरानी नहीं हुई क्योंकि मंगलवार को उनके भाजपा में शामिल होने के बाद से अटकलें लगाई जा रही थीं कि उन्हें राज्यसभा सीट मिलेगी।
चव्हाण के अलावा, भाजपा ने पूर्व विधायक मेधा कुलकर्णी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता डॉ अजीत गोपचड़े को राज्यसभा के लिए चुना है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या को देखते हुए उनकी जीत तय लग रही है।
मौजूदा सांसदों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण राज्यसभा की रिक्त सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 27 फरवरी को होने वाला है। महाराष्ट्र में छह सीट पर चुनाव होना है।
राज्य विधानसभा में 284 विधायकों की मौजूदा ताकत के साथ, प्रत्येक राज्यसभा सीट को जीतने के लिए 41 वोट के कोटा की आवश्यकता होगी। भाजपा के सदस्यों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पार्टी तीन सदस्यों को संसद के उच्च सदन में भेज सकती है। भाजपा के 105 विधायक हैं और पार्टी को कुछ निर्दलीय और अन्य छोटे सहयोगी दलों का समर्थन प्राप्त है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और विपक्षी दल कांग्रेस एक-एक सीट जीत सकती हैं। विधानसभा में शिवसेना के 40 सदस्य हैं और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के 45 सदस्य हैं। विपक्षी दल कांग्रेस के 43 विधायक हैं।