नयी दिल्ली: 11 मार्च (ए) राज्यसभा में मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की एक टिप्पणी को लेकर सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ से काफी हंगामा किया गया और बाद में खरगे ने आसन से माफी मांगते हुए कहा कि उनका यह बयान सरकार के लिए था जो क्षेत्र के आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है।
उच्च सदन में, जब शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू होने जा रही थी, उसी समय विपक्षी सदस्यों ने मांग की कि शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को तमिलनाडु सरकार के विरूद्ध की गयी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।