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राष्ट्रीय आपदा है वायनाड का भूस्खलन : राहुल गांधी

**EDS: SCREENGRAB FROM TWITTER VIDEO VIA @INCIndia** Akola: Congress leader Rahul Gandhi addresses a press conference during the party's 'Bharat Jodo Yatra', in Akola district, Thursday, Nov. 17, 2022. (PTI Photo)(PTI11_17_2022_000096B)

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वायनाड (केरल): एक अगस्त (ए) लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में अपने परिजनों और घरों को खोने वाले लोगों को देखकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने इसे ‘‘राष्ट्रीय आपदा’’ करार दिया। वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह ‘‘वायनाड, केरल और देश के लिए भयावह त्रासदी है।’’ उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘मेरे लिए तो यह निश्चित रूप से एक राष्ट्रीय आपदा है, लेकिन देखते हैं कि सरकार क्या कहती है।’ राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला का दौरा किया।

गांधी ने कहा, ‘‘हम यहां स्थिति देखने आए हैं। यह देखना काफी दर्दनाक है कि लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और घरों को खो दिया है। इन परिस्थितियों में लोगों से बात करना बहुत मुश्किल है क्योंकि वास्तव में आपको पता नहीं होता कि उनसे क्या कहना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी मुश्किल दिन रहा है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि बचे लोगों को उनका हक मिले।’’

वाद्रा ने भी ऐसी ही बातें कहीं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों का दर्द अकल्पनीय है।उन्होंने कहा, ‘‘हम उनकी मदद करने और यथासंभव उनका साथ तथा सांत्वना देने के लिए यहां आए हैं।’’

दोनों भाई-बहन यहां चूरलमाला क्षेत्र और मेप्पाडी स्थित एक अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा दो राहत शिविरों का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

भूस्खलन स्थल का दौरा करने के बाद गांधी ने फेसबुक पर लिखा कि आपदा एवं त्रासदी का दृश्य देखकर उन्हें काफी दुख हुआ।

उन्होंने लिखा, ‘‘इस मुश्किल घड़ी में, प्रियंका और मैं वायनाड के लोगों के साथ खड़े हैं। हम राहत, बचाव और पुनर्वास प्रयासों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा-केरल का विपक्षी गठबंधन) हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं की बार-बार हो रही घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। एक व्यापक कार्ययोजना की तत्काल आवश्यकता है।’’

चूरलमाला पहुंचने के बाद बारिश एवं कीचड़ के बावजूद नीले रंग का पारदर्शी रेनकोट पहने गांधी और उनकी बहन ने वहां बनाए गए लकड़ी के अस्थायी पुल को पार किया, ‘बेली’ पुल का निर्माण देखा तथा हालात का जायजा लिया।

कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने वायनाड के चूरलमाला का दौरा किया जहां विनाशकारी भूस्खलन की वजह से अनेक लोगों की मौत हो गई और अनेक परिवार बर्बाद हो गए।’’

पार्टी ने इन नेताओं के दौरे की तस्वीरें भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कीं।

राहुल और प्रियंका डॉ. मूपेन मेडिकल कॉलेज और मेप्पाडी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां शवों को रखा गया है।

दोनों ने वहां पीड़ित परिवारों से बातचीत की।

पार्टी महासचिव एवं अलप्पुझा से सांसद के सी वेणुगोपाल तथा कई अन्य कांग्रेस नेता भी दोनों के साथ थे।

गांधी ने 2019 में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। हाल के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर वायनाड से जीत दर्ज की। इसके साथ-साथ वह उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी विजयी हुए। ऐसे में उन्होंने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से जून में इस्तीफा दे दिया जहां उपचुनाव होने पर प्रियंका के चुनाव लड़ने की उम्मीद है।

इससे पहले, राहुल और प्रियंका सुबह साढ़े नौ बजे कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरे तथा फिर सड़क मार्ग से वायनाड पहुंचे।

वायनाड जिले में मंगलवार की सुबह मूसलाधार बारिश के कारण बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन ने मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा बस्तियों को तबाह कर दिया जिसमें अब तक महिलाओं और बच्चों सहित 173 लोगों की मौत हो चुकी है।

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