लोकसभा: विपक्ष का हंगामा, बैठक दिनभर के लिए स्थगित

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली: दो दिसंबर (ए) विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक सोमवार को एक बार के स्थगन के बाद पुन: शुरू होने के करीब आठ मिनट के अंदर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी।

सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य पिछले सप्ताह की तरह ही आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं सपा सांसद संभल हिंसा का मुद्दा उठाते देखे गए।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की।हंगामे के बीच ही कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

बिरला ने इस दौरान नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘प्रश्नकाल आपका समय है। कृपया प्रश्नकाल चलने दें और अपनी-अपनी सीट पर विराजें।’’

बिरला के बार-बार अपील करने के बाद भी आसन के समीप खड़े कांग्रेस और सपा सांसदों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर पांच मिनट पर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।

दोपहर 12 बजे निचले सदन की बैठक फिर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति संध्या राय ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए।

विपक्षी सदस्य पहले की तरह ही आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे।

हंगामे के बीच पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने तटीय

पोत परिवहन विधेयक, 2024 पेश किया।

पीठासीन सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और कार्यवाही चलने देने की अपील की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी से आग्रह करती हूं कि कृपया सदन को चलने दें। कई सदस्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं। खासकर जो सदस्य पहली बार चुनकर आए हैं, वे भी अपने अपने क्षेत्र की बात रखना चाहते हैं।’’

शोर-शराबा जारी रहने पर उन्होंने करीब 12 बजकर आठ मिनट पर सदन की बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ था और तभी से विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण लगातार गतिरोध बना हुआ है।