उत्तरकाशी, 27 नवंबर (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ. पीके मिश्र ने सोमवार को सिलक्यारा पहुंचकर पिछले दो सप्ताह से फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया। .
इस दौरान उन्होंने ग्राफिक प्रस्तुतिकरण एवं मैपिंग के माध्यम से साढ़े चार किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन सुरंग की भौगोलिक स्थिति को समझा।.
प्रमोद कुमार (पीके) मिश्र ने सुरंग के अंदर चल रहे बचाव कार्य की बारीकियों को समझा और अधिकारियों के साथ ही इस काम में जुटे इंजीनियर और श्रमिकों से बात करके उनका हौसला बढ़ाया।
इस मौके पर उन्होंने मलबे में फंसी ऑगर मशीन के ब्लेड एवं शैफ्ट को काटने वाले श्रमिकों— टिंकू दुबे, अमित, शशिकांत, झारू राम, राधे रमण दुबे, ओम प्रकाश, एनडी अहमद से बात कर उनकी सराहना की।
उन्होंने अधिकारियों को अंदर फंसे श्रमिकों के साथ राहत बचाव कार्य में जुटे सभी लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव ने सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के लिए भेजी जा रही भोजन सामग्री के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सुरंग में राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) द्वारा स्थापित ‘ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप’ (श्रव्य संचार प्रणाली) एवं बीएसएनएल द्वारा स्थापित ‘टेलीफोनिक कम्युनिकेशन सिस्टम’ (दूरसंचार प्रणाली) के माध्यम से अंदर फंसे गब्बर सिंह सहित अन्य श्रमिकों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना।
उन्होंने श्रमिकों से अपना ध्यान रखने के लिए कहा तथा उन्हें बताया कि बचाव अभियान में सभी लोग मेहनत कर रहे हैं और कई मोर्चों पर कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि सभी को जल्द बाहर निकालने की कोशिश जारी है।
मिश्र ने सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात करके उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि पूरा देश श्रमिकों की शीघ्र और सुरक्षित निकासी के लिए दुआ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि परिजनों को हौसला बनाए रखना होगा और सरकार उनके साथ खड़ी है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिसके कारण उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए थे। उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है।